कहते हैं कि सपने देखने का हक सभी को होता है और सपने देखने भी ज़रूर चाहिये, क्योंकि जब आप सपने देखेंगे, तभी तो उनको सच कर पायेंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ सिंसिनाती के ब्लू ऐश कॉलेज में पढ़ाई कर रही सावनाह ऐलन ने भी एक सपना देखा, जिसे सच करने के लिये वह कड़ी मेहनत भी कर रही थीं। ऐलन को शुरु से ही हेल्थकेयर में काम करने का मन था और जब यूनिवर्सिटी के डेंटल हाइजीन क्लीनिक में उनको पेशेंट्स के लिये काम करने का मौका मिला, तो वह अपने सपने के एक कदम और पास आ गईं। ऐलन ने डेंटल हाइजीनिस्ट बनने के लिये दिन रात एक कर दिया था और जब उन्हें लगने लगा कि उनका सपना साकार होने ही वाला है, तो एक बात ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया।
क्यों सपने नहीं हुये पूरे?
एक दिन क्लास के दौरान ऐलन के इंस्ट्रक्टर को समझ आ गया कि वह प्लाक और गम टिशू के रंग में फर्क नहीं कर पा रही। जब उसे पूछा, तो पता चला कि उन्हें कलर ब्लाइंडनेस है। इस बात को जानने के बाद ऐसे हालात पैदा हुये कि शायद उन्हें डेंटल की पढ़ाई छोड़नी पड़ सकती है। लेकिन इससे पहले ऐसा हो, ऐलन के दोस्तों ने उनके लिए तोहफा खरीदा।
दोस्तों ने ऐलन को दिया तोहफा
ऐलन की स्थिति सुनकर उनके चार दोस्तों को भी झटका लगा, लेकिन निराश होने की बजाय उन्होंने फंडिंग के लिये पेज बनाया। डेंटल प्रोग्राम के सभी चालीस छात्रों ने मिलकर उस पेज के लिए चार सौ डॉलर इकट्ठा किये और इन पैसों से ऐलन के लिए एनक्रोमा के कलर ब्लाइंडनेस करेक्टिव ग्लास खरीदकर गिफ्ट किया।
कलर ब्लाइंडनेस करेक्टिव ग्लास पहनकर ऐलन की खुशी का ठिकाना नहीं था। इक्कीस सालों में पहली बार उन्होंने रंग देखे थे। ऐसे रंग, जिसने उनके जीवन के सपनों को भी रंगीन कर दिया था।
और भी पढ़े: सिटी पायलट आरोही की लंबी उड़ान
अब आप हमारे साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी जुड़िये।