आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का खजाना है और यह जड़ी-बूटियां हर तरह के मर्ज का इलाज करने में सक्षम है। ऐसी ही एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है त्रिफला, जिसे आमतौर पर पेट की समस्या दूर करने वाली औषधि के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसके और भी कई फायदे हैं।
आयुर्वेद की महाऔषधि त्रिफला में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए इसे बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है। त्रिफला चूर्ण दरअसल, तीन फलों आंवला, बहेड़ा और हरड़ को मिलकर तैयार किया जाता है यानी इसमें इन तीनों के गुण होते हैं, इसलिए यह अधिक प्रभावी होती है।
टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज में मरीज का ब्लड शुगर लेवल बहुत बढ़ जाता है और यह हमेशा बढ़ा ही रहता है, जिसकी वजह से शरीर शुगर का इस्तेमाल एनर्जी के लिए नहीं कर पाता है। ऐसे में त्रिफला का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। कुछ रिसर्च के मुताबिक, त्रिफला के सेवन से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है। फिर भी मरीज को इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
शरीर को डिटॉक्स करता है
शरीर से हानिकारक पदार्थों के बाहर निकलने की प्रक्रिया को डिटॉक्सिफिकेशन कहते है और इसमें त्रिफला मदद करता है। रात में भोजन के बाद त्रिफला चूर्ण को पानी में मिलाकर पिएं। कुछ ही दिनों में आपकी पेट से जुड़ी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। हालांकि इसका सेवन कितनी मात्रा में कितने दिन तक करना सुरक्षित है इस बारे में डॉक्टर से अवश्य परामर्श कर लें।
दांतों को स्वस्थ रखता है
यदि आपको दांत से जुड़ी समस्या जैसे कैविटी या मसूड़ों से खून आने की समस्या है तो त्रिफला का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। त्रिफला मुंह में फंगल इंफेक्शन के खतरे को भी कम करता है।
पाचन तंत्र को ठीक रखता है
कई अध्ययन बताते हैं कि त्रिफला के सेवन से कब्ज जैसी समस्या दूर होती है। यदि आपको या आपके परिवार मे किसी को कब्ज की समस्या है तो त्रिफला का सेवन कर सकते हैं। यह पाचन तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करता है जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है। रोज गरम पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।
तनाव व चिंता दूर करता है
कई अध्ययन बताते हैं कि त्रिफला के सेवन से तनाव और चिंता की समस्या भी दूर होती है, लेकिन एक बाद का हमेशा ध्यान रखें कि इसका सेवन डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह पर ही करें। क्योंकि आर्युवेदिक दवाओं का यदि गलत तरीके से सेवन किया जाए तो उसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
कैसे करें त्रिफला का सेवन?
– त्रिफला पाउडर, टैबलेट और कैप्सूल के रूप में मिलता है।
– त्रिफला पाउडर को पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
– यदि यह फल के रूप में हैं तो त्रिफला को पानी में भिगोकर रखें। फिर एक बर्तन में पानी और त्रिफला डालकर थोड़ी उबाल लें। ठंडा होने पर इसका पानी पिएं। ध्यान रहे एक कप से अधिक पानी का सेवन न करें। – त्रिफला में गुड़, सेंधा नमक, सोंठ, शहद आदि मिलाकर खा सकते हैं। इस संबंध में डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
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