सपने पूरे करने की कोई उम्र नहीं होती

सपने पूरे करने की कोई उम्र नहीं होती

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हर इंसान का एक ऐसा सपना ज़रूर होता है, जिसे वो किसी न किसी कारण से पूरा नहीं कर पाता और ज़िंदगी  भर सोचता रहता है कि काश वक्त रहते उसने अपना सपना पूरा करने की कोशिश की होती। दरअसल बढ़ती ज़िम्मेदारियों और उम्र के बीच समय निकाल पाना मुश्किल हो जाता है और फिर सपना अधूरा ही रह जाता हैं।  अगर आपके साथ भी ऐसा ही हुआ है, तो आप ‘मिरैकल फ्रॉम चंडीगढ़’ के बारे में एक बार जरूर पढ़िए, जिन्होंने 93 साल की उम्र में एथलेटिक ट्रेनिंग की शुरुआत की और कई मेडल जीत कर पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन किया है। उनके इस कदम ने इस बात का यकीन दिला दिया है कि कुछ नया करने की कोई उम्र नहीं होती।

कैसे शुरु हुआ यह सफर

मन कौर का एथलेटिक सफर तब शुरु हुआ, जब एक बार उनके बेटे गुरुदेव उनको ट्रैक पर ले गए, जहां उन्होंने 400 मीटर की रेस बिना किसी समस्या के पूरी कर दी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। मन कौर के बेटे गुरुदेव भी एक रनर (एथलीट) हैं, जिनसे मन कौर ट्रेनिंग लेती हैं।

क्या करती हैं फिट रहने के लिए

मन कौर इस उम्र में फिट रहने के लिए अपनी हेल्दी डाइट को मददगार मानती हैं। शुरुआत में उन्हें कमर की परेशानी झेलनी पड़ी थी लेकिन पौष्टिक खाने ने उन्हें किसी भी रुकावट के सामने झुकने नहीं दिया। दिन की शुरुआत वह एक गिलास केफिर के साथ करती हैं। वह दिन में दो गिलास सोया मिल्क पीती हैं, जो हर 50 साल से बड़ी उम्र की महिला को पीना चाहिए, अंकुरित गेहूं की रोटी खाती हैं, साथ ही फल, सब्ज़ियां, नट्स, सीड्स और घर पर उगाई हुई वीट ग्रास का जूस पीती हैं।

इमेजः इंडिया टुडे

ऐसा है उनका ट्रेनिंग रिजीम

चंडीगढ़ के ग्राउंड्स में मन कौर हर दूसरे दिन प्रैक्टिस करती हैं और बाकी दिन जिम जाती हैं। ग्राउंड वाले दिन वह 50 मीटर के पांच स्प्रिंट्स लगाती हैं, 100 मीटर और 200 मीटर के एक-एक स्प्रिंट लगाती हैं। जिम में वह अपर बॉडी की ट्रेनिंग लेती हैं। मन कौर को जेवलिन थ्रो और शॉट-पुट का भी शौक है, जिसकी वह समय समय पर प्रैक्टिस करती हैं।

मन कौर ने दुनिया की अलग-अलग जगह हुए मास्टर्स गेम में अभी तक 20 से ज़्यादा मैडल जीते हैं और उनकी नज़र अब साल 2020 के मास्टर गेम्स पर है, जो जापान में आयोजित होने वाली है।

उत्साहजनक व साहसी हैं मन कौर

खिलाड़ी होने के साथ-साथ मन कौर काफी एडवेंचरस भी हैं। ऑकलैंड के स्काई टावर पर चलने वाली वह सबसे बड़ी उम्र की महिला हैं, जहां वह 192 मीटर ऊंचे मंच पर अपने 79 वर्षीय बेटे के साथ चलीं।

उम्र के इस नाज़ुक मोड़ पर भी मन कौर नए रिकॉर्ड्स बना रही हैं और खुद ही उनको तोड़ कर आगे भी बढ़ रही हैं। इस उम्र में जब वह ऐसा कर सकती हैं, तो आप क्यों नहीं? एक लंबी सांस लीजिए और कदम बढ़ाइए उस सपने की ओर जिसे आप न जाने कब से नज़रअंदाज़ किए जा रहे हैं।

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इमेजः एशियन एज

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