खुशी तो एक भावना है, जिसे हर पल, हर घड़ी, हर परिस्थिति में आप अपने अंदर महसूस कर सकते हैं, बस इसके लिये सोच बदलने की ज़रूरत है। पॉज़िटिव सोच और आज में जीना सीखकर हर पल खुश रहा जा सकता है।
मीनल हर दिन यह तय करती है कि चाहे कुछ भी हो जाये, कल से वह ज़रूर खुश रहेगी। हर हाल में मुस्कुराना सीख जायेगी, मगर ये कल है कि आता ही नहीं। कल फिर कुछ ऐसा हो जाता है कि मीनल का मूड ऑफ हो जाता है और वह खुद से किया वादा भूल जाती है। क्या आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है? याद रखिये कल कभी नहीं आता और यदि आप खुशी के लिये कल के भरोसे बैठेंगे, तो ज़िंदगी भर खुशियों का पीछा करते रह जायेंगे और खुशी आपसे आंख मिचौली खेलती रहेगी।
क्यों होता है ऐसा?
कल के भरोसे बैठे रहने से खुशियां न मिलने की कई वजहें है क्योंकि-
आज नया है कल पुराना
आज हम घर के लिये नया सोफा लेकर आये, लेकिन कल तो वह पुराना हो जायेगा यानी जो आज नया है, वह कल तो पुराना हो गया। ये तो आप जानते है कि पुरानी चीज़ों से कभी खुशी नहीं मिलती, तो फिर क्यों आप कल के भरोसे बैठे हैं। अपने आज में ही खुश रहना सीखिये।
कल को लेकर सुंदर सपने
अक्सर हम आने वाले कल को लेकर सुंदर सपने सजा लेते हैं, लेकिन कल जब वह चीज़ हमारी सोच के मुताबिक नहीं होती, तो हम फिर दुखी हो जाते हैं। रियाटरमेंट के बाद आप सोचते हैं कि समुद्र किनारे छोटा सा घर बनाकर आप खुश रहेंगे, सुहाने मौसम का आनंद लेंगे। लेकिन जब वास्तव में वह समय आता है, तो आपको अगर वैसा घर न मिले, तो पछतावा रहता है कि सारी उम्र काम करने के बाद भी सपनों का घर नहीं बना सके। इसलिये सपने देखने की बजाय जो आज है, उसे सुंदर तरीके से जियें। कल क्या हो किसे पता, लेकिन आज तो आपके हाथ में है न।
कल पर कंट्रोल
अक्सर लोगों को लगता है कि वह अपने आने वाले कल पर काबू रख सकते हैं, जबकि सच्चाई तो यह है कि जीवन में अधिकांश चीज़ें इंसान के कंट्रोल के बाहर होती है। आप सोचते हैं कि कल आपको प्रमोशन मिल जायेगा, तो ये आपके लिये सबसे बड़ी खुशी होगी। पर कंपनी आपको प्रमोट नहीं करती या फिर आप बड़ी कंपनी में इंटरव्यू देकर आये और आपको भरोसा दिया गया कि आप स्लैक्ट हो गये है, पर कंपनी आपको ऑफर लेटर ही नहीं दे रही। इस तरह की स्थितियां आपके हाथ में नहीं होती। इसलिये खुद को कल खुश रहने का झांसा मत दीजिये। ज़िंदगी के हर पल का मज़ा बस आज में लीजिये और खुश रहिये।
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