इस समय सभी की जीवनशैली इतनी अनियंत्रित हो गई है, जिसके चलते लोग अपने शरीर को सेहतमंद बनाने के लिए कई तरह की कसरत को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं। जैसे कि जिम जाना, योग या डाइट प्लान आदि करना। इसे लोग कुछ दिनों या महीनों तक पालन करते हैं और उसके बाद लोग बोर हो जाते हैं। लेकिन ऐरोबिक सबसे मज़ेदार कसरत में से एक है, जो आपको कभी बोर होने नहीं देती और इसे करते समय आनंद आता है और थकावट भी महसूस नहीं होती।
क्या है ऐरोबिक कसरत?
शरीर को स्वस्थ और फिट रखने में मदद करत है एरोबिक कसरत। एरोबिक का वैज्ञानिक अर्थ होता है शरीर में ऑक्सीजन की ज़्यादा मात्रा में होना यानि की शुद्ध हवा को एरोबिक के द्वारा शरीर में पहुंचाना। जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है और मांसपेशियों का समूह एक साथ काम करता है। इसलिए इसे कार्डियोवैस्कुलर एक्टिविटी भी कहा जाता है। टहलना, जॉगिंग करना, बाइकिंग, डांसिंग, तैराकी आदि गतिविधियां एरोबिक कसरत में आती हैं।
ऐरोबिक कसरत के प्रकार
इस कसरत को करने के अलग-अलग तरीके हैं, जिसे आप घर पर भी आसानी से कर सकते हैं-
डांस एरोबिक या जुंबा
मस्ती के साथ-साथ सेहत का ध्यान रखने के लिए एरोबिक बेहतरीन उपाय है। जुंबा एक प्रकार का डांस है और इसे भी एरोबिक का एक प्रकार माना गया है। इसे करने के लिए संगीत का प्रयोग किया जाता है। यह कसरत डांस की तरह की जाती है। अक्सर एरोबिक इंस्ट्रक्टर संगीत के साथ डांस स्टेप करवाते हैं। इस कसरत को ज्यादातर ग्रुप के साथ किया जाता है।
स्विमिंग
इसमें एक साथ पूरे शरीर की अच्छी कसरत हो जाती है। इसे करते समय शरीर के लगभग सभी अंगों का इस्तेमाल होता है।
स्किपिंग (रस्सी कूदना)
रस्सी कूदना भी एक प्रकार से एरोबिक कसरत है। शुरुआत में इसे थोड़ा कम समय के लिए करें और फिर धीरे-धीरे इसका समय बढ़ाते जाएं। बढ़ती उम्र के लोगों को प्रशिक्षकों से सलाह लेकर करना चाहिए। इसे करते समय सावधानी बरतें, ताकि आपके पैर में रस्सी न फंस जाए।
वॉकिंग और रनिंग
यह एरोबिक कसरत का सबसे आसान तरीका है। इसे एक ही जगह पर खड़े होकर या थोड़ी जगह पर करना आसान है। शुरुआत में धीरे-धीरे वाकिंग करें और फिर बाद में इसकी रफ्तार बढ़ाते हुए रनिंग करें। बेहतर परिणाम के लिए इसे सुबह या शाम को पार्क में करें। अगर पार्क जाना संभव नहीं है, तो घर के खुले जगह पर कर लें जैसे कि बालकनी, हॉल में या फिर टैरेस पर।
जंपिंग जैक
जैसे स्कूल में बच्चों को पीटी की कसरत कराते हैं, वैसे ही यह जंपिग जैक कसरत है। इसे करते समय सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाएं। फिर कूदते हुए पैरों को फैलाएं और हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। फिर कूदते हुए पहले वाले स्थिति में आ जाएं। जिस समय पैर फैलाएं उसी समय हाथों से ताली बजने की आवाज भी आनी चाहिए। इसे शुरुआत भी पहले धीमी गति में और फिर रफ्तार बढ़ाएं। यह अच्छी एरोबिक करसत है।
फायदे
- एरोबिक कसरत करने से कैलोरी ज़्यादा बर्न हो जाती है।
- शरीर में जमा चर्बी कम हो जाती है।
- दिल हेल्दी और फिट रहता है।
- शरीर में अच्छा एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
- पूरे शरीर में रक्त का संचार ठीक तरीके से होता है।
- रोज़ एरोबिक कसरत करने से टाइप – 2 डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है।
- ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में मदद करता है।
- दिमाग की कोशिकाओं को सक्रिय करती है और ऑक्सीजन की बेहतर आपूर्ति में मदद करती है, जिससे व्यक्ति खुद को तरोताज़ा महसूस करते हैं।
- इसे करने से आप ताकत, सहनशक्ति, धीरज, एकाग्रता में सुधार और तनाव को कम करने की उम्मीद कर सकते हैं।
सावधानियां
एरोबिक कसरत करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है, ताकि कसरत करते समय या पहले होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
- कसरत करते समय मांसपेशियों के खिंचाव से कोई समस्या उत्पन्न न हो, इस बात का पूरा ध्यान रखें।
- पैरों, घुटनों व हाथों में किसी तरह की तकलीफ महसूस होती है, तो इसे करने से बचें।
- अगर किसी की सर्जरी हुई है, तो उसे पूरी तरह से ठीक होने के बाद डॉक्टर के निर्देश पर ही एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इसे डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
- एरोबिक्स कसरत में समय रफ्तार और डिस्टेंस धीरे-धीरे बढ़ाएं।
अब आप एरोबिक करसत के बारे में जान गए, तो इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें और घर पर ही इसकी शुरुआत करें।
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