खुशहाली का पैगाम देती हैं आसमान में उड़ती पतंगें

खुशहाली का पैगाम देती हैं आसमान में उड़ती पतंगें

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वैसे जब त्योहार के साथ किसी भी तरह का खेल जुड़ जाए, तो लोगों के लिए त्योहार का मज़ा ही अलग हो जाता है और ऐसा ही कुछ मकर संक्रांति के साथ है। वैसे तो इसे कई नामों से जाना जाता है, कहीं लोग इसे संक्रांत कहते है, कहीं उतरायन, तो कहीं पतंग उड़ाने का दिन भी कहा जाता है। लेकिन लोग इसे पतंगबाज़ी के लिए  ज़्यादा जानते है। क्या आप जानते हैं कि इस दिन पतंगें क्यों उड़ाई जाती है?

इसलिए उड़ाई जाती है पतंग

मकंर संक्रांति का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है क्योंकि इस दिन से सारे शुभ काम शुरू हो जाते हैं। धार्मिक महत्व के अलावा यह भी माना जाता है कि मकर संक्रांति से ठंड का असर कम हो जाता है, ऐसे में सूरज की रोशनी में पतंग उड़ाने से सर्दी के कारण जितनी भी बीमारियां होती हैं, उसका असर खत्म हो जाता है। पतंग खुशी और नई सोच का भी प्रतीक माना जाता है। पतंगबाजी करते समय लोग अपनी पतंग को कटने से बचाने के लिए हर पल नई तरकीब सोचते रहते हैं। जहां तक पतंग उड़ाने के इतिहास की बात है, तो हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्रीराम ने पतंग उड़ाई थी, जो इंद्रलोक जा पहुंची और इसी दिन श्रीराम की हनुमान जी से दोस्ती भी हुई थी।

पतंग उड़ाते समय ध्यान रखें ये बातें

यूं तो पतंगबाज़ी में मज़ा बहुत आता है, पर सुरक्षित तरीके से पतंग उड़ाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।

-कभी भी बिजली के तारों और खंभों के पास पतंग न उड़ाएं और यदि कभी पतंग बिजली के तार में उलझ जाएं, तो इसे निकालने की कोशिश भी न करें।

-पतंग उड़ाने के लिए चीनी मांजे का इस्तेमाल न करें, इस बात का ध्यान रखें की मांजा देसी (कॉटन) हो।

-हमेशा खुली जगह पर ही पतंग उड़ाएं। सड़क पर पतंगबाजी न करें।

-यदि आप बड़ी पतंग उड़ा रहे हैं, तो मांजे से हाथों को कोई नुकसान न पहुंचे, इसलिए ग्लव्स पहनकर पतंग उड़ाएं।

-सूरज की तेज रोशनी से बचने के लिए गॉगल्स का इस्तेमाल करें।

त्योहार पर पतंगबाज़ी का मज़ा  | इमेज: राजस्थान टूरिज़्म

 पतंगबाज़ी का और मज़ा लेना चाहते हैं, तो वीकेंड पर आप इन जगहों की सैर कर सकते हैं

जयपुर

जयपुर का इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल बहुत मशहूर है। हर साल 14 से 16 जनवरी तक होने वाले काइट फेस्टिवल में देश-विदेश से भारी संख्या में लोग पतंगबाज़ी का मज़ा लेने आते हैं। रंग-बिरंगी पतंगों से गुलाबी शहर जयपुर की सुंदरता और बढ़ जाती है।

अहमदाबाद

पूरे गुजरात में उतरायन की खूब धूम रहती है। अहमदाबाद में खास काइट फेस्टिवल का आयोजन होता है, जहां देश-विदेश से आए कलाकार पतंग बनाने की अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

तेलंगाना

तेलंगाना में भी पिछले कुछ सालों से इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल मनाया जा रहा है। यह 6 से 13 जनवरी तक चलता है। जिसमें देश ही नहीं विदेशों से भी लोग पतंगबाजी का लुत्फ उठाने आते हैं।

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