मोबाइल से बाहर निकलकर जुड़ें असल दुनिया से

मोबाइल से बाहर निकलकर जुड़ें असल दुनिया से

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अभी कुछ समय पहले लीजेंड सिंगर आशा भोंसले ने सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुये लिखा कि मैं जिनके साथ बैठी हूं, कंपनी तो बहुत अच्छी है लेकिन बात करने के लिए कोई नहीं है। इस तस्वीर को देखकर सोशल मीडिया पर यह बहस शुरू हो गई कि वर्चुअल वर्ल्ड में लोग इतना खो जाते है कि आपने आसपास की घटनाओं और लोगों का भी ध्यान नहीं रहता। मोबाइल की यह लत हर किसी के लिए बेहद खतरनाक है, लेकिन थोड़ी सी कोशिश करके इस लत से छुटकारा पाया जा सकता है।

मोबाइल की लत से लोगों को छुटकारा दिलाने के मकसद से यह बेहतरीन शॉर्ट फिल्म बनाई गई है। दिल को छू लेने वाली इस शॉर्ट फिल्म को देखकर यकीनन लोगों के सिर से मोबाइल का नशा उतर जाएगा। तो चलिए आप भी कोशिश शुरू कर दीजिए।

खुद से और अपनी असली दुनिया से जुड़े रहने के लिए कुछ इस तरह कोशिश करें-

खोले बचपन के खेल का पिटारा

याद करिए बचपन में कैसे पूरे परिवार के साथ मिलकर कार्ड, बोर्ड गेम, कैरम और लूडो जैसे गेम खेलते थे, तो क्यों न आज फिर से उन्हीं गेम्स को वापस लाया जाया और इसी बहाने परिवार के साथ थोड़ी मौज-मस्ती भी हो जायेगी और आपकी पुरानी यादें एक बार फिर से ताज़ा हो जायेगी।

रेडियो पर मधुर संगीत

मोबाइल और आइपॉड पर म्यूज़िक सुनने में वह आनंद नहीं आता, जो रेडियो पर संगीत सुनने में आता था। तो घर के किसी कोने में पड़े रेडियों की धूल साफ करके कुछ देर के लिए उसे सुन लीजिए, दिल को सुकून मिलेगा।

मोबाइल से बाहर निकलर जुड़ें असल दुनिया से
वर्अचुल छोड़, अपनायें असल दुनिया  | इमेज: फाइल इमेज

खास पलों को तस्वीरों में कैद कर लें

सोशल मीडिया पर तो आपने बहुत सी फोटो अपलोड की होंगी, लेकिन उन तस्वीरों के देखकर क्या आपके दिल में कुछ महसूस होता है जैसा बचपन की तस्वीर को एलबम में देखने पर होता है? उन तस्वीरों के साथ यादें जुड़ी होती हैं, इसलिए अपने खास पलों को आज भी मोबाइल स्क्रीन पर नहीं एलबम में कैद करें।

नुक्कड़ की चाय न भूलें

कितने भी बिज़ी क्यों न हो, कभी-कभार दोस्तों के साथ नुक्कड़ की चाय ज़रूर पी आये। किसी भी सोशल मीडिया पर चैंटिंग से ज़्यादा मज़ा दोस्तों के साथ समोसे और चाय पीते हुए गप्पे मारने में आयेगा।

असल ज़िंदगी में बनाएं दोस्त

उम्र कितनी भी हो जाये, अपने आसपास नए दोस्त बनाते रहिये। याद रखिए, फेसबुक की फ्रेंडलिस्ट में शामिल आपके 2000 दोस्तों में से कोई भी ज़रूरत के समय आपके साथ नहीं खड़ा होगा, लेकिन असल ज़िंदगी में यदि आपने चार दोस्त भी बनाये है, तो मौका आने पर वह आपके साथ खड़े रहेंगे।

मोबाइल स्क्रीन से बाहर तो निकलिए, फिर आपको पता चलेगा बाहर की दुनिया कितनी खूबसूरत है।

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