मिलिए तकनीक के जादूगर से

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अगर प्रतिभावान बच्चे को सही गाइडेंस मिल जाए, तो उसे लक्ष्य हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। कुछ ऐसी ही कहानी है, केरल के छात्र आदित्य राजेश की, जिसकी उम्र भले ही सिर्फ तेरह साल की है, लेकिन इसके बावजूद वह एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी का मालिक है।

शौकिया बनाया था पहला ऐप

पांच साल की उम्र में आमतौर पर जहां एक बच्चा कंप्यूटर पर केवल गेम्स खेलना या पेंटिंग बनाना पसंद करता है, वहीं केरल के स्टूडेंट आदित्य राजेश ने पांच साल की उम्र में ही कंप्यूटर का बेहतर उपयोग शुरू कर दिया था। वह कंप्यूटर को गेम्स के लिए नहीं, कुछ नई चीज़ें सीखने के लिए इस्तेमाल करने लगा था। जब वह नौ वर्ष का हुआ, तो पढ़ाई के बाद के बाकी बचे समय को काटना उसे मुश्किल लगने लगा था। ऐसे में बोरियत को दूर करने की खातिर उन्होंने कंप्यूटर को हमसफर बनाया और शौकिया अपना पहला मोबाइल ऐप्लिकेशन डेवलप किया। इस काम में मिली सफलता और लोगों से हासिल प्रशंसा ने उसे हौसला दिया। इसके बाद वह अन्य लोगों के लिए लोगो और वेबसाइट डिज़ाइन भी करने लगा। 

छोटी उम्र में बना सॉफ्टवेयर कंपनी का मालिक

आदित्य राजेश का जन्म केरल के थिरुविला में हुआ था, लेकिन आज वह सपरिवार दुबई में रहते हैं। दरअसल, आदित्य जब केवल पांच साल के थे, तभी उनकी फैमिली दुबई शिफ्ट हो गई थी। पहली बार आदित्य के पिता ने उन्हें कंप्यूटर पर बीबीसी टाइपिंग दिखाई थी। दरअसल, बीबीसी टाइपिंग बच्चों के लिए एक वेबसाइट है, जहां छोटी उम्र के छात्र टाइपिंग सीख सकते हैं। यहीं से कंप्यूटर के प्रति उनका जुनून शुरू हुआ, जिसके दम पर उन्होंने पहला मोबाइल एप्लिकेशन डेवलप कर दिया। इसी जनून के कारण आज वह 13 साल की उम्र में एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी का मालिक बन बैठे हैं।

बच्चे देते है प्रेरणा | इमेज: अनसाइक्लोपीडिया

’ट्रिनेट सॉल्यूशंस’ में हैं तीन कर्मचारी

आदित्य राजेश की कंपनी का नाम ’ट्रिनेट सॉल्यूशंस’ है, जिसमें कुल तीन कर्मचारी हैं। खास बात यह कि ट्रिनेट सॉल्युशंस के ये कर्मचारी भी आदित्य के स्कूली मित्र और छात्र हैं। ट्रिनेट सॉल्युशंस ने अब तक 12 से अधिक ग्राहकों के साथ काम करते हुए, उन्हें पूरी तरह से मुफ्त में अपनी डिज़ाइन और कोडिंग सेवाएं दी हैं। हालांकि, तकनीक के जादूगर आदित्य राजेश को कंपनी का बाकायदा मालिक बनने के लिए 18 वर्ष से अधिक उम्र का होना ज़रूरी है, लेकिन इसके बावजूद आदित्य राजेश अभी से ही एक कंपनी की तरह काम करते हैं।

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