न जाने क्यों? पर मन बहुत उदास लग रहा था। यही उदासी आसपास के वातावरण को नेगेटिव एनर्जी से भर रहा था। कुछ देर बाद जब लोगों की मुस्कान देखी, तो मन से सारी उदासी ही दूर हो गई। मानों उन्होंने अपनी पॉज़िटिव एनर्जी दे दी हो। आपने भी कभी न कभी ऐसा महसूस किया होगा। किसी के आने से या फिर उसे देखने सारे सारी नेगेटिव सोच और अहसास जैसे चली गई हो। ऐसे ही पॉज़िटिव भाव है, जो आप दूसरों को देकर उनके जीवन को रोशन करने में मदद सकते हैं।
पॉज़िटिविटी बढ़ाने के 5 तरीके
ऐसे कई छोटे-छोटे पॉज़िटिव तरीके हैं, जिन्हें रोज़मर्रा के जीवन में अपना सकते हैं। इन पॉज़िटिव वाइब्स को दूसरों तक पहुंचाकर और अपने आसपास के लोगों में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
प्यारी-सी मुस्कान
पॉज़िटिविटी बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है मुस्कुराना। यह किसी भी चेहरे पर आसानी से रौनक ला सकती है। आपकी एक मुस्कुराहट से किसी की उदासी दूर हो सकती है। तनाव को कम करने में मुस्कुराना या हंसना एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है। इसका एक कारण यह भी है कि मुस्कुराने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जो तनाव को कम करने के साथ-साथ मूड को भी रिलैक्स करता है। तो क्यों न खुद के साथ दूसरों के जीवन में भी यही हंसी और मुस्कान देकर पॉज़िटिविटी फैलाएं।
छोटी-सी तारीफ
दूसरों में बुराई देखने से बेहतर है उनकी अच्छाई देखकर तारीफ करें। तारीफ देने में केवल चंद सैकेंड का समय लगता है और यह लोगों के जीवन को बदल सकता है। किसी के मन में पॉज़िटिव एनर्जी देने के लिए तारीफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसेकि दूसरे की खासियतों को उसके सामने या दूसरों के सामने प्रकट करना, उसे खास महसूस कराना है। यह एक मानवीय सहज स्वभाव है कि हम सभी दूसरों से तारीफ पाना चाहते हैं। तारीफ के दो बोल रिश्तों को भी मधुर बनाते हैं। चाहे आपका पार्टनर हो, परिवार के सदस्य हो, ऑफिस के कुलीग्स हों या नाते-रिश्तेदार हों। यह तरीका अपनाकर किसी को प्रेरित कर सकते हैं और इससे उनको खुशी का अहसास होगा।
आभार जताना
चाहे समय सुबह हो या रात का हो, कम से कम एक ऐसी चीज़ के बारे में सोचें या सूचीबद्ध करें जिसके लिए आप आभारी हैं। और फिर दूसरों के प्रति अपना आभार व्यक्त करें। जैसे अगर आप आभारी हैं कि आपके पार्टनर ने रात के खाने के बाद बर्तन धोएं क्योंकि आप थक गए थे या फिर किसी कारण आपके पास ऑफिस का काम ज़्यादा य़ा और आपके कुलीग ने उस काम को आधा बांटकर आपके काम को आसान बना दिया। उन्हें धन्यवाद देकर यह बताये कि यह आपके लिए कितना मददगार था।
मददगार बनना या दयालुता दिखाना
एक-दूसरे के मददगार या दयालुता दिखाने से जीवन में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं। बचपन में हमारे अंदर दया भाव, उदारता और दूसरों के लिए आदर जैसे संस्कार दिए जाते हैं। साथ ही लगातार अभ्यास से इस खूबी को और ज़्यादा निखारा जाता है। दया और सहानुभूति दूसरो से जुड़ने में मदद करती है। दया भाव से दोस्तों, परिवार और यहां तक कि अजनबियों के साथ मिलने-जुलने से रोज़मर्रा के जीवन में पॉज़िटिव एनर्जी को फैलाने में मदद मिलती है। क्या आपने कभी गौर किया है कि जब किसी के लिए कुछ अच्छा करते हैं, तो बेहतर महसूस होता है। तो देर किस बात की दुनिया में पॉज़िटिव एनर्जी बढ़ाने के लिए एक-दूसरे की मदद करें।
एक समान आदर और सम्मान करना
किसी को कम समझो। आप एक चीज़ में बेहतर हो सकते हैं और दूसरा व्यक्ति दूसरी चीज़ में बेहतर होगा। सभी का आदर करें, यही पॉज़िटिव सोच व्यक्ति के नज़रिया को बदले में मदद करेगा। ऐसा कह सकते हैं कि सभी एक-दूसरे के पूरक है। यानी एक-दूसरे से कई चीज़ें सीखा सकते हैं।
सोशल से पॉज़िटिव एनर्जी
सोशल मीडिया अकाउंट्स का सही इस्तेमाल करें। इन समय सोशल मीडिया एक शक्तिशाली उपकरण है, क्योंकि हर कोई लगातार अपने स्क्रिन को स्क्रॉल और स्वाइप कर रहा है। हमें कुछ पॉज़िटिव वाइब को फैलाने में इनका उपयोग करना चाहिए। फेसबुक पर पॉज़िटिव विचार पोस्ट करके, ट्विटर पर प्रेरक लेख लिखकर और इंस्टाग्राम ऐसी तस्वीरें जो दूसरों के चेहरे पर मुस्कुराहट दें।
पॉज़िटिव एनर्जी को बढ़ाने और बनाए रखने में केवल अच्छी और खुशहाल सोच ही काफी है।
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