5 देसी सीज़नल फूड, जो गर्मी से दिलाए राहत

5 देसी सीज़नल फूड, जो गर्मी से दिलाए राहत

सेहतमंद खान-पान करेगा गर्मी से बचाव
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गर्मी के मौसम में थोड़ी सी भी लापरवाही कई बीमारियों का शिकार बना सकती है। इसलिये इस मौसम में ऐसी फल, सब्ज़ियों और पेय पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए, जिसमें ज़्यादा मात्रा में पोषक तत्व और पानी मौजूद हो। यह सब कुछ आसानी से मिलता है हमारे देसी फूड में जानिये –

गुलकंद 

गुलाब की पंखुड़ियों और मिश्री से बनने वाला गुलकंद गर्मी के मौसम में होने वाली परेशानियों को दूर करती है। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए गुलकंद का सेवन करना फायदेमंद होता है। यह न सिर्फ शरीर को ठंडा रखती है, बल्कि थकावट, सुस्ती, खुजली आदी जैसी गर्मी से संबंधित सभी समस्याओं को कम करने में भी मदद करती है। यह एक बहुत ही बढ़िया पाचन टॉनिक भी है और पेट की गर्मी और अम्लता को कम करके पाचन में मदद करती है।

 कोकम

पेट से संबंधित समस्या नहीं होती | इमेज : फाइल इमेज

कोकम गुजरात और गोवा जैसे राज्यों में पाया जाने वाला फल है, जिसका स्वाद थोडा खट्टा मीठा होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और गर्मियों के लिए कोकम ड्रिंक बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका सेवन कब्ज़ और एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचाने में मदद करता है। कोकम को स्लाद, मसाले, तेल, जूस आदि कई रूप में डाइट में शामिल किया जा सकता है।

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 ताड़गोला

इम्यून सिस्टम होता है मज़बूत | इमेज : फाइल इमेज

यह फल सबसे ज्यादा भारत के तटीय क्षेत्रों महाराष्ट्र के कोंकण गोवा और दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी के दिनों में पाया जाता है। यह लीची की तरह दिखता है और अपनी ठंडी तासीर होने की वजह से इसे आईस एप्‍पल भी कहते हैं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होता है। गर्मी के समय इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। साथ ही इम्यून सिस्टम भी मज़बूत होता है।

सत्तू

लू और डिहाइड्रेशन से बचने में करता है मदद | इमेज : फाइल इमेज

बिहार और यूपी का यह देसी और पारंपरिक उपाय है। चना और जौ दो प्रकार के सत्तू होते हैं। अगर इसके बनाने की प्रक्रिया को जानें तो सबसे पहले चने और जौ को बालू वाली भुनाई में भूना जाता है। फिर इसे भूसी समेत पीसा जाता है। इसे छाना नहीं जाता और इस वजह से यह फाइबर से भरपूर होता है। इसे खाने से शरीर को ठंडक मिलती है। लू और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए सत्तू का शरबत काफी असरदार होता है।  

लौकी का जूस

शरीर में पानी का करता है संचार | इमेज : फाइल इमेज

यह सब्जी 96 प्रतिशत पानी से बनी है। इसलिए स्वाभाविक है कि यह ठंडक प्रदान करता है और शरीर में भरपूर पानी का संचार करता है। साथ ही इसमें पोटेशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम रखने में मदद करता है और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखता है। थकान कम करके गर्मियों के दौरान शरीर को ठंडा और ताज़ा रखता है। लौकी का सेवन सब्जी, सलाद, रायते, सूप या जूस के रूप में भी किया जा सकता है। अगर रोज़ाना लौकी के जूस का सेवन किया जाए, तो कमजोरी दूर होती है और वजन कम करने में भी मदद होगा।

तो फिर आप भी गर्मियों में इन देसी तरीकों को अपनाकर गर्मी दूर भगाइये।

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