जल्दी ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कमाने के चक्कर में लोग तनावग्रस्त हो रहे हैं। आजकल काम के अलावा पैसा तनाव का एक बहुत बड़ा कारण है। पैसा ज़िंदगी जीने के लिए ज़रूरी है, लेकिन सिर्फ पैसों से ही खुशियां नहीं खरीदी जा सकती। इसलिये पैसे कमाने और अपनी ज़रूरतों के बीच एक संतुलन बनायें। यदि आप भी आर्थिक वजहों से तनावग्रस्त हैं, तो शायद मेडिटेशन से आपका तनाव कम नहीं होगा, लेकिन ये कदम उठाकर आप अपने आर्थिक तनाव को ज़रूर कम कर सकते हैं।
जब मन अशांत हो या अपना गुस्सा कम करना हो, तब तो मेडिटेशन और प्राणायाम फायदा पहुंचाता है, लेकिन यह फाइनेंशियल स्ट्रेस को दूर नहीं करता। फाइनेंशियल स्ट्रेस कई कारणों से हो सकता है जैसे- क्रेडिट कार्ड का कर्ज, बकाया बिल, इमरजेंसी सेविंग न होना, भविष्य के लिये कोई फाइनेंशियल प्लानिंग न होना आदि। फाइनेंशियल स्ट्रेस से बचने के लिये आप ये तीन कदम उठा सकते हैं।
इमरजेंसी फंड तैयार रखें
अपनी महीने की आमदनी से सारे खर्च, बिल आदि का भुगतान करने के बाद एक निश्चित राशि इमरजेंसी फंड में रखते जाएं यानी उसे ऐसे अकाउंट में डालें, जिससे आप रोज़ाना पैसे न निकालते हों। इससे किसी तरह की इमरजेंसी जैसे- कोई बड़ी बीमारी, दुर्घटना या फिर अचानक आए किसी बड़े खर्च के लिए आपको दूसरों के भरोसे बैठने की ज़रूरत नहीं होगी और न ही ‘पैसों का इंतज़ाम कहां से करें’ सोचकर तनाव होगा।
भविष्य के लिए बचत
एक स्टडी के मुताबिक जो लोग अपनी आमदनी का 10 प्रतिशत भविष्य के लिए बचत करते हैं वह ऐसा न करने वालों की तुलना में कम तनावग्रस्त होते हैं। वैसे यदि संभव हो तो आप 10 से अधिक भी बचत कर सकते हैं। भविष्य में आपकी आर्थिक परिस्थितियां कैसी होंगी, खर्च कितना बढ़ेगा, इस बारे में शायद आपको भी अभी पता नहीं होगा। इसलिये सुरक्षित भविष्य के लिये अपनी सैलरी के एक हिस्से की बचत करना बहुत ज़रूरी है।
लक्ष्य तय करें
यदि आपको बिना गूगल मैप और जीपीएस के कार चलाने के लिए दे दिया जाये, तो कहां लेफ्ट टर्न लेना है और कहां राइट आपको समझ नहीं आयेगा और आप तनावग्रस्त हो जायेंगे। कुछ ऐसा ही फाइनेंशियल मामलों में भी होता है। आपने सेविंग कर ली, इमरजेंसी फंड भी बना लिया, मगर क्या आपने यह तय किया है कि आपको इस साल अपने पैसों के साथ क्या करना है- जैसे अगले साल एक कार खरीदनी है और 5 साल बाद बड़ा बंगला। यदि आपने ऐसा कुछ लक्ष्य तय किया है, तो आप उसी हिसाब से प्लानिंग करने के लिए प्रेरित होंगे और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए फिज़ूलखर्च से दूर रहेंगे।
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