समाज और देश के प्रति हर नागरिक की कुछ जिम्मेदारी होती है, जिसे कुछ लोग याद रखते हैं, तो कई इसे भूल भी जाते हैं। यदि हम समाज को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे, तो देश का विकास खुद ब खुद होने लगता हैं। कुछ ऐसी ही सोच नज़ीमाबाद के एसडीएम डॉक्टर पंकज कुमार वर्मा रखते हैं।
समाज सेवा में दिलचस्पी
हालांकि पंकज सरकारी नौकरी करते हैं और इसमें वह बहुत बिज़ी भी रहते है, इसके बावजूद समाज सेवा करने से कभी पीछे नहीं हटते। एक तरफ जहां इनकी पत्नी बस्तियों में शिक्षा को बढ़ावा दे रही हैं तो वहीं, दूसरी ओर खुद एसडीएम सौ से अधिक बच्चों को स्कूल में पढ़ा रहे हैं।
चलाई नई मुहिम
पंकज छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराते है और इसके लिए उन्होंने कोचिंग के बच्चों का ग्रुप बनाया हुआ है। वह जब भी फ्री होते है, तो इस ग्रुप के जरिए बच्चों को सूचित कर देते है। जो बच्चे सिविल की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं ले पाते, पंकज उनके सपनों को उड़ान देना चाहते हैं ताकि मेहनती बच्चे इस दौड़ में पीछे न रह जाए। उनके इस कदम से छात्र और अभिभावक काफी खुश और संतुष्ट हैं।
जज़्बे को सलाम
एसडीएम के पद के रहते हुए पंकज के पास समय की बहुत कमी रहती है लेकिन वह हमेशा ध्यान रखते हैं कि दिन का कुछ समय छात्रों को दिया जाए। सबसे दिलचस्प बात यह हैं कि अलीगढ़ में तैनाती के दौरान भी इनकी क्लास से दो बच्चे पीसीएस अधिकारी बन चुके हैं। फिलहाल एसडीएम डॉक्टर पंकज कुमार वर्मा के कार्यों की जिला बिजनौर में चारों ओर सराहना हो रही है।
संघर्ष से मिली शिक्षा
पंकज के अनुसार गरीब परिवार से होने के कारण उन्हें एक खास मुकाम तक पहुंचने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं थी। पैसे न होने के कारण उनका पीसीएस में देर से सेलेक्शन हुआ। जो पंकज के साथ हुआ, वह नहीं चाहते कि दूसरे बच्चों के साथ हो और पंकज हमेशा बच्चों को सिखाते हैं कि मेहनत से ही सफलता मिलती हैं और एक मुकाम पर पहुंचने के बाद समाज के लिए जरूर कुछ करें।
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