कई बार हम भीड़ के बीच भी अकेलापन फील करते है और अपने विचार भी शेयर नहीं करते। इसके विपरीत अक्सर जब हम अपने दोस्तों या परिवार के साथ होते हैं, तब एक अलग ही माहौल होता है। पर सोचिए, यदि आप अपनों के साथ रहकर भी अकेला फील करते हैं, तो इसका मतलब है कि आपके साथ कुछ गड़बड़ हो रही है। तो आइए, जानते है कि कैसे इस अकेलेपन से कैसे निपटा जाए।
नए कनेक्शन बनाएं
कभी-कभी यह सोच कि बिना किसी दोस्त या परिवार के आप इस बड़ी दुनिया के अपने एक छोटे कोने में अकेले हैं, यह भावना आपके जीवन को कठिन बना देती है। आप खुद को याद दिलाते रहते हैं कि आपकी लाइफ में ऐसे लोग नहीं हैं, जो आपकी मदद कर सकें। यानी आप बेवजह अकेलापन फील करते हैं। इससे बचने के लिए दूसरों के साथ समय बिताए, रिलेशंस को रिन्यू करें, नए कनेक्शन बनाएं, ताकि आप अकेले न रहे।
रचनात्मक बनने का करें प्रयास
अकेले समय बिताने का मतलब शांत या दूसरों से कटा होना नहीं होता। यदि आप एक्सट्रोवर्ट हैं और अकेले में कुछ भी नहीं कर पाते हैं, तो अकेलेपन में खुद को किसी काम से जोड़े रखें। आप कहीं घूमने जा सकते हैं, फोटोग्राफी या पेंटिंग कर सकते हैं। ऐसा करके आप वाकई बहुत कुछ नया या अलग महसूस कर सकते हैं। खास बात यह है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अकेलेपन की फीलिंग्स से छुटकारा पाने के लिए आप क्या करना चुनते हैं?
अकेलेपन के कारणों को तलाशें
कई बार पुरानी घटनाएं भी अकेलेपन के अहसास के लिए जिम्मेदार होती हैं। अगर आपको भी ऐसा लगता है, तो आप उन घटनाओं से पार पाने के लिए कोई नई चीज़ सीखने पर ज़ोर दें। इससे अकेलेपन का अहसास तो कम होगा ही, साथ में आपको कॉन्फिडेंस भी महसूस होगा। यह आपके लिए साइकोथैरेपी का काम करेगा, जो आपके पुराने अकेलेपन के अहसास को कम करने में मदद कर सकता है।
अगर आप इन उपायों को अमल में लाते हैं, तो आप खुद को कभी अकेला महसूस नहीं करेंगे और वहां पहुंच पाने में कामयाब हो सकते हैं, जहां आप पहुंचना चाहते है।
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