सड़क दुर्घटना होने पर अक्सर लोग कुछ पल रुककर बस देख लेते हैं और फालतू के झंझट में कौन पड़े, ये सोचकर चलते बनते हैं। घायलों की मदद के लिए चंद लोग ही आगे आते हैं और हाल ही में ऐसा ही कुछ ओडिशा के आईपीएस अधिकारी ने किया। उन्होंने समय रहते न सिर्फ तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया, बल्कि लोगों से अपील करते हुये कहा कि वह भी मदद के लिए आगे बढ़ें।
डॉक्टर से बने पुलिस अधिकारी
ओडिशा के आईपीएस अधिकारी सर्वाना विवेक एम हाल ही में अपनी कार से रायगढ़ की तरफ जा रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि कुछ दूरी पर लोगों की भीड़ जमा है। नज़दीक जाने पर पता चला कि तीन लोग सड़क पर घायल पड़े है। हालांकि लोग काफी थे लेकिन कोई भी मदद करने को तैयार नहीं था। उन लोगों ने एंबुलेंस को फोन ज़रूर कर दिया था। विवेक ने आगे बढ़कर देखा कि तीनों घायलों में से एक की हालत गंभीर थी और उसकी नाक से खून आ रहा था, जिसका मतलब है कि उसके सिर पर गंभीर चोट लगी है। विवेक ने उसे पानी पिलाया और फर्स्ट एड किया।
खुद ले गये अस्पताल
आईपीएस अधिकारी ने एंबुलेंस का इंतज़ार किये बिना तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दरअसल, जिस रोड पर एक्सीडेंट हुआ था, वहां कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। इसलिए विवेक को लगा कि एंबुलेंस आने में ज़्यादा वक़्त लग सकता है। उन्होंने खुद तो घायलों की मदद की, लेकिन साथ ही लोगों को ट्रैफिक और रोड सेफ्टी के नियमों का पालन करने को भी कहा।
आपकी सुरक्षा अपने हाथ
जिन तीन लोगों का एक्सीडेंट हुआ था, वह एक ही बाइक पर सवार थे और बिना हेलमेट के जा रहे थे। ध्यान देने वाली बात यह है कि बाइक पर कभी भी दो लोगों से ज़्यादा न बैठें और हमेशा हेलमेट लगायें। सेफ ड्राइविंग के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करना ज़रूरी है।
घायल की मदद
कभी यदि आपके सामने किसी का एक्सीडेंट हो जाये, तो बस खड़े होकर देखते न रहे। यदि आपको फर्स्ट एड की जानकारी नहीं तो कोई बात नहीं, कम से कम आप एंबुलेंस को फोन करें और संभव हो तो घायल को अस्पताल पहुंचाने में मदद करें। आपकी थोड़ी सी कोशिश से किसी की जान बच सकती है।
और भी पढ़े: जनजीवन बढ़ाने के लिये धरती को बचाना ज़रूरी
अब आप हमारे साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी जुड़िये।