पटना जिसे प्राचीन काल में पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था, बहुत समृद्ध शहर हुआ करता था। मगध राज्य की रजाधानी पाटलिपुत्र प्राचीन इतिहास और परंपराओं को समेटे आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है। इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों को एक बार ज़रूर इस प्राचीन शहर की यात्रा करनी चाहिये।
सबसे पुराने शहरों में से एक
पाटलिपुत्र शहर की स्थापना हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु ने की थी। उन्होंने अपनी राजधानी राजगृह से बदलकर पाटलिपुत्र बना ली। तब से पाटलिपुत्र मगध राज्य का अहम हिस्सा बन गया और खूब विकसित हुआ। यही नहीं इस प्राचीन शहर ने आर्यभट्ट, चाणक्य, वात्सायन, कालिदास और पाणिनी जैसे विद्वान दिये। यह शहर कभी ज्ञान और शिक्षा का केंद्र माना जाता था। पटना के कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित नालंदा विश्वविद्यालय बौद्ध शिक्षा का केंद्र था। ऐसा कहा जाता है कि यहां कई बार महात्मा बुद्ध भी आ चुके हैं। इस विशाल विश्वविद्यालय को 450 ई. में गुप्त वंश के शासक कुमारगुप्त ने बनवाया था। यहां देश-विदेश के हजारों छात्र ज्ञान अर्जित करने आते हैं।
घूमने लायक जगहें
पटना और उसके आसपास कई ऐतिसाहसिक और प्राचीन स्थल हैं। पटना का महात्मा गांधी सेतु पुल अवश्य देखे। पटना और हाजीपुर को जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना यह पुल दुनिया का सबसे लंबा पुल है। इसके अलावा पटना का गोलघर, अगम कुआं, कुम्हरार कुम्हरार, मंगल तालाब, श्रीकृष्ण साइंस सेंटर, बुद्ध स्मृति पार्क, संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना म्यूज़ियम, तख्स श्री पटना साहिब आदि घूम सकते हैं। तख्त श्री पटना साहिब सिख धर्म के पांच तख्तों में से एक है। पटना का तारामंडल भी ज़रूर देखे इसे इंदिरा गांधी तारामंडल कहते हैं और यह एशिया के सबसे बड़े तारामंडल में से एक है। गंगा नदी के किनारे बसे इस शहर में आपको कई संस्कृतियों का संगम दिखेगा।
स्थानीय ज़ायका
पटना जाने पर वहां का दूध पेड़ा और मशहूर मनेर का लड्डू खाना न भूलें। साथ ही लिट्टी-चोखा चखे बिना तो आपकी पटना की यात्रा पूरी हो ही नहीं सकती। खाने के साथ ही यदि आप कुछ शॉपिंग करना चाहते हैं, तो यहां की मशहूर मधुबनी पेंटिंग और पत्थर और मनके से बनी ज्वेलरी भी खरीद सकते हैं। पटना हस्तशिल्प के लिए भी जाना जाता है। यहां से आप हथकरघा से बने खादी के कपड़े भी खरीद सकते हैं। गर्मी के मौसम को छोड़कर आप कभी भी यहां घूमने आ सकते हैं। पटना आने पर आप नालंदा, गया, बोधगया, वैशाली, राजगीर आदि भी घूम सकते हैं।
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