सुबह के 9 बजे हैं।
आपने सबको पौष्टिक नाश्ता करा दिया, फ्लोर को अच्छी तरह साफ कर दिया, दरवाजे के हैंड को भी सैनिटाइज़ कर दिया। जब आपका बच्चा ऑनलाइन क्लास कर रहा होता है, तो आप उसके ब्रेक के लिए स्नैक्स की तैयारी कर रही हैं, और फिर दोपहर के खाने की तैयारियों में लग जाती हैं। लेकिन ये क्या रुकिए, आपको तो ईमेल करना है और अगली प्रजेंटेशन के लिए कलीग से बात भी करनी है। इन सबके बीच शायद आपको अपनी दूसरी सहेलियों से ईर्ष्या हो सकती है।
घर पर रहने वाले अधिकांश पैरेंट्स शायद जल्दी से नौकरी पर जाना चाहते हैं ताकि थोड़ा सुकून मिले। उधर बच्चे का क्लास खत्म होते है उसे आपकी अटेंशन चाहिए। आपको उसके साथ खेलना होगा, खाना होगा, ड्राइंग/स्केच बनाना होगा, साथ ही बाकी बचे अपने काम भी निपटाने होंगे। जाहिर है इससे तनाव कई गुणा बढ़ गया है।
नए साल की दस्तक
2021 आ चुका है, लेकिन हमारा शेड्यूल तो 2020 वाला ही चल रहा है। हर चीज़ को सैनिटाइज़ करने के चक्कर में आप अपने मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी कर रही हैं। अब भले ही वैक्सीन से उम्मीद बढ़ी है, लेकिन कोरोना के नए स्ट्रेन ने टेंशन भी बढ़ाई है। आपको नहीं लगता कि हम सब इससे शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत थक चुके हैं?
स्वस्थ और सुरक्षित रहना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन साथ ही मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी ज़रूरी है। इस दौरान अपने बहुत से लोगों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते देखा। डब्लूएचओ के एक अनुमान के मुताबिक, 2020 के अंत तक 20 प्रतिशत भारतीय मानसिक बीमारियों से पीड़ित हो गए थे।
इसने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे हम शांत रहकर अपनी मां होने की ज़िम्मेदारी निभा सकते हैं?
गहरी सांस लें
प्राणायाम के स्वास्थ्य लाभ से तो सभी परिचित होंगे। सिर्फ 5 मिनट प्राणायम करके भी आप पूरे दिन के तनाव का सामने करने के लिए खुद को तैयार कर सकती हैं। इसके लिए सबसे अच्छा समय सुबह का है या जब आपके बच्चे बिज़ी हों तब कर लें। यदि आपको समय नहीं मिल रहा है तो दिन में कभी भी (खाना खाने के 2 घंटे बाद) कुछ देर तक गहरी सांस ले और छोड़ें। इससे तनाव कम होगा।
कल्पना करिए
जब हर तरफ से नेगेटिव खबरें मिले तो आपका चिंतित और उदास होना लाज़मी है, लेकिन यह कभी-कभार ठीक है। इसे अपनी आदत मत बनाइए। अगली बार जब आपको चिंता सताने लगे या मायूसी घेर ले तो किसी खूबसूरत जगह की कल्पना करनें जहां आप अपने परिवार के साथ छुट्टियों का आनंद ले रही हैं। साथ ही रोज़ाना खुद से कहें कि आप और आपका परिवार सुरक्षित और खुशहाल है। यदि सारी कोशिशों के बाद भी उदासी और चिंता बनी रहती है, तो विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है।
खुद को समय दें
माना कि सुरक्षा के लिहाज से ब्यूटी पार्लर और स्पा जाना अभी सही नहीं है, लेकिन रिलैक्स होने के और भी तो तरीके हैं। ज़ूम कॉल पर दोस्तों से बात करें, पॉपकॉर्न खाते हुए अपने फेवरेट फिल्म देखें। पेंटिंग/कुकिंग/गार्डनिंग क्लास जो आप हमेशा से जॉइन करना चाहती थी, जॉइन कर लें, क्योंकि अब तो सबकुछ ऑनलाइन उपलब्ध है।
घर के काम में परिवार के सदस्यों की मदद लें
एक मां होने के नाते आप पर पहले से ही बहुत ज़िम्मेदारियां होंगी। ऐसे में अपना बोझ कम करने के लिए थोड़ा काम घर के सदस्यों और बच्चों में बांट दें। घर के काम में बच्चों को शामिल करने से उनमें ज़िम्मेदारी की भावना बढ़ती है।
एक हफ्ते या पूरे महीने का मेन्यू पहले ही तय कर लें
पहले से ही मेन्यू तैयार रखने पर आपको “आज क्या बनाऊं” सोचने में समय बर्बाद नहीं करना होगा। इस मेन्यू के हिसाब से आप एडवांस में ही सब्ज़ियां और ग्रोसरी ऑर्डर कर सकती हैं इससे बहुत समय बचेगा।
पार्टनर के साथ वक्त बिताएं
पिछले कुछ महीनों के तनाव का असर यकीनन कपल्स के रिश्ते पर भी पड़ा है। ऐसे में कोशिश करें कि पार्टनर के साथ समय बिताएं। एक साथ फिल्म देखें या खाना खाएं। पार्टनर के लिए भी उतना ही समय निकालना ज़रूरी है जितना कि आप बच्चे और पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के बारे में सोचने में बिताती हैं।
निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि हम कोरोना मुक्त कब होंगे, लेकिन इन टिप्स को अपनाकर यकीनन आप तनावमुक्त ज़रूर हो जाएंगी!
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