हर इंसान ज़िंदगी में कुछ न कुछ करना चाहता है, मगर हर कोई इसे लेकर क्लियर नहीं होता। कुछ को पता होता है कि उन्हें क्या और कैसे करना है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो करना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन कन्फ्यूज़ रहते हैं कि आखिर उन्हें ज़िंदगी से चाहिए क्या? अगर आप भी उन्हीं में से एक है तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको यकीनन आपकी उलझन सुलझ जाएगी।
अगर आप इस बात को लेकर कंन्फ्यूज़ है कि ज़िंदगी को खुशनुमा बनाने के लिए आपको क्या करना चाहिए या आप आगे अपनी ज़िंदगी में क्या करना चाहते हैं, तो खुद से कुछ सवाल करिए।
काम को लेकर ज़्यादा जनून
सबसे पहला सवाल खुद से यही करें कि आपको क्या पसंद है या किन चीज़ों को लेकर आप जूनूनी या पैशनेट हैं। जब आपको अपने इस सवाल का जवाब मिल जाएगा तो आप अपनी ज़िंदगी को कंप्लीट करने के लिए वही काम करिए। खुद से पूछिए कि किस काम से आपको खुशी मिलती है? कौन सा काम करके आपको बोरियत नहीं होती या बोझ महसूस नहीं होता? जैसे लिखना, जानवरों के साथ समय बिताना, फोटोग्राफी, कुकिंग आदि। जब आपको इस सवाल का जवाब मिल जाए तो फिर वही काम करिए। इससे आपको संतुष्टि और खुशी मिलेगी।
अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि
अब तक की ज़िंदगी में आपने कौन सा ऐसा काम किया है, जिसके बाद आपको खुद पर गर्व महसूस हुआ हो और बहुत खुशी मिली है। जिसे आप अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं। जैसे मैराथॉन में दौड़ना, अपने बच्चे को डांस/स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग देकर उस फील्ड में फेमस करना आदि। जब आपको अपनी इस उपलब्धि के बारे में पता चल जाए, तो दोबारा वही काम करिए जैसे मैराथॉन में दौड़ने के लिए फिर से प्रैक्टिस शुरू कर दीजिए, अपने बच्चे की तरह ही आस पड़ोस के बच्चों को ट्रेनिंग दीजिए।
यदि कोई बंधन नहीं होता तो आप ज़िंदगी में क्या करते?
अक्सर लोग कहते हैं काश! ये मज़बूरी न होती तो मैं यह नौकरी नहीं करता? क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ तो खुद से पूछिए कि जब आप पूरी तरह से फ्री होते या आप पर कोई ज़िम्मेदारी नहीं होती तो आप क्या करतें? जवाब मिल जाए तो उस काम को अब से करने का प्रयास करें। याद रखिए जीवन में अगर आप सचमुच कुछ पाना चाहते हैं जिससे आपको खुशी मिलेगी तो फिर कोई काश, किंतु, परंतु को रास्ते की रुकावट न बनने दे। कोशिश करिए कामयाबी ज़रूर मिलेगी।
आपका लक्ष्य क्या है?
आपकी ज़िंदगी का क्या मकसद है, यह पता होना बहुत ज़रूरी है तभी आप सही दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। जैसे आपका मकसद परिवार की खुशहाली है, करियर में आगे बढ़ना या खुद को चुस्त-दुरुस्त बनाना? एक बार यह तय करने के बाद ही आप उसे पूरा करने के लिए सही कदम उठा सकते हैं।
तो कन्फ्यूज़ मत रहिए ज़िंदगी को ज़िंदादिली से जीने के लिए खुद से सवाल करिए और वह काम करिए जिससे आपको खुशी मिलती है।
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