अक्सर आपने महसूस किया होगा कि जब भी आप प्रकृति के करीब जाते हैं, तो खुद में सुकून महसूस करते हैं। नेचर को करीब से देखने के लिये देश में कई ऐसी जगह है, जहां आप जा सकते हैं। ऐसी ही एक खूबसूरत दुनिया पानी के अंदर भी है और इसकी हिफाज़त के लिये देश में कई समुद्री नेशनल पार्क बनाए गये हैं। मन्नार की खाड़ी, समुद्री नेशनल पार्क भी उन्हीं में से एक है। पानी के अंदर की अनोखी दुनिया और जीव-जंतुओं को देखने के लिए यह जगह बेहतरीन है।
जलीय जीव और वनस्पति की वैरायटी
गल्फ ऑफ मन्नार भारत के तमिलनाडु के रमानाथपुरम और तूतीकोरिन जिलों में स्थित है। 6.23 किलोमीटर में फैले इस नेशनल पार्क को 1980 में बनाया गया था। इसमें 21 छोटे द्वीप और कोरल रीफ शामिल है। इस समुद्री नेशनल पार्क में ढ़ेर सारे जलीय जीव और वनस्पति की कई वैरायटी है। यहां के खूबसूरत कुदरती नज़ारे आपका मन मोह लेंगे। यहां छोटी से लेकर बड़ी मछलियों की भी कई प्रजातियां हैं। यहां के क्रिस्टल क्लियर पानी में आप बोटिंग का मज़ा लेने के साथ ही आसपास की कई खूबसूरत जगहों की सैर कर सकते हैं।
एडम ब्रिज या रामसेतु, धनुषकोटी
50 किलोमीटर लंबे इस पुल के बारे में कहा जाता है कि यह कभी भारत और श्रीलंका को जोड़ता था, यह रामसेतु का आधुनिक वर्ज़न है। कोरल रीफ और सैंड बैंक की श्रृंखला रामायण की कहानियों की याद दिलाता है, जब राम की वानर सेना ने रामसेतु का निर्माण किया था। इसके ज़रिये राम सेना सहित सीता जी की बचाने लंका गए थे। करीब 1,25,000 साल पुराना यह पुल एक चक्रवात में नष्ट हो गया था।
पम्बन आइलैंड
इसे रामेश्वर आइलैंड भी कहा जाता है, यह एक तीर्थस्थल है जिसका ज़िक्र रामायण में है। आज यहां का समुद्री किनारा आराम करने के लिए बेहतरीन जगह है। साथ ही यहां आप वॉटर सर्फिंग का भी मज़ा ले सकते हैं।
रामेश्वर मंदिर
यह मंदिर आध्यात्मिकता और आर्किटेक्ट का सुंदर मिश्रण है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में हर साल बड़ी तादाद में भक्तगण दर्शन करने आते हैं। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान राम ने शिवलिंग खुद स्थापित किया था। मंदिर के अंदर 22 कुंड है जहां डुबकी लगाने से सारे रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
धनुषकोटी के खंडहर
धनुषकोटी कभी समृद्ध शहर हुआ करता था, लेकिन अब सिर्फ यहां खंडहर ही रह गए हैं। चर्च, रेलवे स्टेशन और कई इमारतों के अवशेष यहां हैं। यह खूबसूरत शहर एक तूफान में नष्ट हो गया। यहां आकर इन अवशेषों में आपको शहर की प्राचीन संस्कृति की झलक मिलेगी।
गल्फ ऑफ मन्नार में वैसे तो पर्यटकों को ज़्यादा अंदर जाने की अनुमति नहीं है, लेकिन यहां आकर आपको एक अलग ही अनुभव होगा और शायद पानी के अंदर की दुनिया देखने के बाद लोगों को एहसास होगा कि उनके द्वारा समुद्र में फेंके गए कचरे से इन जीवों का जीवन संकट में पड़ जाता है।
तो फिर खुद को बेहतर महसूस करने के लिये आप गल्फ ऑफ मन्नार जा सकते हैं।
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