लोकतंत्र को मज़बूत करने में जनता का अहम योगदान होता है और जनता यह योगदान वोटिंग के ज़रिए सही उम्मीदवार चुनकर करती है। इसलिये मतदान के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में एक ट्वीट करते हुए लोगों से अपील की थी कि वह मज़बूत लोकतंत्र के लिए अपने वोटिंग के अधिकार का इस्तेमाल करें।
My fellow Indians,
Urging you all to strengthen voter awareness efforts across India.
Let us all ensure maximum number of Indians come out to vote in the 2019 Lok Sabha elections.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 13, 2019
आइये जानते है, मतदान से जुड़े रोचक तथ्य
87.5 करोड़ संभावित मतदाता
भारत की जनसंख्या करीब 130 करोड़ है और 18 साल की उम्र के बाद हर किसी को वोट का अधिकार है। चुनाव आयोग के मुताबिक देश में करीब 87.5 करोड़ मतदाता हैं और वह इस संख्या को बढ़ाने की हर संभव कोशिश कर रहे है।
पहली बार करेंगे वोटिंग
हमारे देश में हर साल करीब दो करोड़ लोग 18 साल की उम्र पार करते हैं इसका मतलब यह है कि इस बार करीब दस करोड़ युवा पहली बार वोट डालेंगे।
दस लाख पोलिंग स्टेशन
ग्रामीण इलाकों से लेकर मेट्रो सिटीज़ तक इलेक्शन कमिशन ने चुनाव में किसी भी तरह की धांधली को रोकने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर काफी पैसा खर्च किया हैं और पूरे देश में करीब दस लाख पोलिंग स्टेशन बनाये गये हैं।
एक करोड़ चुनाव अधिकारी
सही और सुरक्षित तरीके से चुनाव कराने के लिए करीब एक करोड़ चुनाव अधिकारियों की सेना को ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा।
543 लोकसभा सीट
भारत में संसदीय क्षेत्रों को 543 सीटों में बांटा गया है और हर सीट से एक सांसद चुना जाता है। मतलब आम जनता सीधे प्रधानमंत्री का चुनाव नहीं करती है, बल्कि वह उस पार्टी के प्रतिनिधियों को चुनती है।
साल 2014 में 8251 उम्मीदवार
साल 2014 में हुये लोकसभा चुनाव में 8251 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आज़माई थी। ये उम्मीदवार अलग-अलग जाति-धर्म, समुदाय, आर्थिक स्थिति से आते हैं, जो भारत की विविधता को दर्शाता है। भारत के चुनावी इतिहास में सबसे ज़्यादा उम्मीदवार साल 1996 में थे और इसकी संख्या 13,952 थी।
66% वोटिंग
2014 के लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। योग्य मतदाताओं में से करीब दो तिहाई लोगों ने मतदान किया था। यह संख्या 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से भी ज़्यादा थी, अमेरिका में बस 60 फीसदी मतदान हुआ था।
संसद में 12% महिलायें
भारतीय संसद के निचले सदन में फिलहाल 64 महिलाएं हैं, जो कुल सांसदों का सिर्फ 12 प्रतिशत ही है। महिलाओं के प्रतिनिधित्व के मामले में भारत पड़ोसी देश नेपाल (33%), बांग्लादेश (20%) और पाकिस्तान (20%) से पीछे है।
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