कुदरत न सिर्फ बेहद खूबसूरत है, बल्कि हमें ज़िंदगी के कई अमह सबक भी सिखाता है जिससे हम हालात को समझते हुए हर परिस्थिति में खुशहाल रह सके। कुदरत के सबक को सीखने के लिए ज़रूरी है उसे करीब से देखने और समझने की ज़रूरत है। आइए, जानते हैं कि आखिर प्रकृति हमें क्या-क्या सिखाने की कोशिश करती है।
मौसम सिखाता है अपना काम करते रहना
वक्त के साथ-साथ मौसम अपने आप बदलता रहता है। सूरज की धूप गर्माहट देती है, तो मॉनसून भीनी खुशबू का एहसास कराती है, सर्दियों का मौसम गुलाबी ठंडक देती तो वसंत ऋतु कुदरत को हरा-भरा बना देती है। हर मौसम चुपचाप खामोशी से अपना काम करता रहता है और यह बताता है कि काम अपने आप सब कुछ कह जाता है, ज़रूरी नहीं कि हमें अपने ज्ञान/काम के बारे हमेशा सबको बताने की ज़रूरत पड़े। बस खामोश रहकर काम करते रहिए वह सब बयां कर देगा।
खुद से प्यार करना सिखाता है समंदर
शहर की भीड़भाड़, प्रदूषण और काम के तनाव भरे माहौल से दूर सुकून की तलाश में जब आप कुछ पल के आराम की तलाश में समंदर किनारे जाते हैं तो आपको असीम शांति का एहसास होगा। समंदर में पड़ती सूर्य की किरणों की रोशनी एक व्यक्ति के तौर पर खुद आपको आपसे मिलवाती है और अपने होने का एहसास कराती है। शांत समंदर और उसके ऊपर का साफ आसमान आपको खुद पर और ईश्वर पर विश्वास करना सिखाता है।
तितली सिखाती है मज़बूती
अपने सपनों को पूरा करने के लिए धैर्य और दृढ़ निश्चय की ज़रूरत होती है। इस कोशिश में यदि असफलता हाथ लगती है तो उससे उबरने के लिए हमें खुद को मज़बूत बनाना पड़ता है और मज़बूत बनने का सबक हमें एक छोटी सी तितली सिखता है। तितली का जीवन हर स्तर पर संघर्ष से भरा होता है। कोकून से निकलकर दुनिया में रंग भरने वाली तितली हर बार ज़मीन पर गिरकर उठती है और बार-बार संघर्ष करके यह सीख देती है कि खुद को मज़बूत करने की शक्ति हमारे अंदर ही जिसे पहचानकर हर बार हम अपने आप को और शक्तिशाली बना सकते हैं।
पहाड़ों से सीखें ऊंचे सपने देखना
हर व्यक्ति के जीवन का एक लक्ष्य होता है और इस लक्ष्य को पाने के लिए कोशिश की ज़रूरत होती है। पहाड़ों को देखकर मन में ऊंचे लक्ष्य और दृढ़ शक्ति का विचार आता है जो आपके अपने असंभव दिखने वाले लक्ष्य तक भी पहुंचने की प्रेरणा देता है। पहाड़ हमें सीख देते हैं कि यदि आपमें साहस और दृढ़ निश्चय है, तो कुछ भी असंभव नहीं है।
नदी सिखाती है मुश्किलों का सामना करना
जब बात प्रकृति की हो तो नदियों को भला कोई कैसे भूल सकता है। दुर्गम रास्तों से होकर यह निरंतर बहती रहती है। व्यक्ति आमतौर पर जहां हमेशा सीधे और आसान रास्तों की तलाश में रहता हैं वहीं नदियां बिना रुके कठिन रास्ते पर बहती रहती है और हमें सीख देती है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाई क्यों न आए हमें हंसकर उसका सामना करना चाहिए और अपने मकसद की ओर बढ़ते रहना चाहिए।
जब आप कुदरत के बीच कुछ वक़्त गुजारेंगे तभी उसे और उसकी सीख को समझ पाएंगे।
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