इंसान का दयाभाव ही उसे इंसानियत का दर्जा दिलाता है। इससे मन में अपार खुशी और संतुष्टि का अनुभव होता है। एक-दूसरे के प्रति प्रेम, दयाभाव और करूणा रखने से ही असली मानवता की पहचान होती है, जिसके लिए शब्द की ज़रूरत नहीं पड़ती, यह तो बस अनुभव किया जाता है।
जीवन में दयाभाव रखने की प्रेरणा दे रहे हैं कुछ पॉज़िटिव विचार पढ़िये –
दया का भाव दर्शाने के लिए करें यह काम – दूसरों से तुलना न करें, खुद को समय दें और देखभाल करें,किसी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहें, दूसरों के साथ अच्छा बर्ताव रखें।
मुश्किल समय में याद रखें यह आपको नया अनुभव देगी हर चीज़ बदलती है आप पहले भी चुनौतियों से उबर चुके हैं खुद के प्रति दयालु बनें।
दिन की शुरुआत करें ऐसे- मैं सेहतमंद हूं, मैं बहुत खुश हूं, मैं दयालु हूं, मेरे सभी काम हो जाएंगे, आज का दिन बहुत अच्छा है।
हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है। – महावीर स्वामी
जो देते हैं वही वापस आता है, इसलिए हमेशा ईमानदार रहें, सच बोलें, दूसरों का सम्मान करें, प्यार से बोलें, दयालु बनें।
जो केवल दया से प्रेरित होकर सेवा करते हैं, उन्हें निश्चय सुख की प्राप्ति होती है । – महर्षि वेदव्यास
हमेशा अच्छे काम करिए क्योंकि हम जो भी करते हैं वह हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है।
किसी के पैसे और प्रतिष्ठा से नहीं, बल्कि दयालुता, सच्चाई और विनम्रता से प्रभावित होना चाहिए।
मनुष्य को दयाभाव कभी नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि दया ही धर्म का मूल है। – तुलसीदास
पहले खुद के प्रति दयालु बनें और फिर इसे पूरी दुनिया में बिखेरें।
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