अगर आप ऐसी जगहों पर घूमने का मन बना रहे हैं, जहां शांति के साथ अनोखा अहसास हो, तो आप महाराष्ट्र के कुछ ऐसी जगहों को ट्राई कर सकते हैं, जो अपने प्राकृतिक दृश्यों के लिये जानी जाती है। वहां जाकर आपको इतनी शांति का अहसास होगा कि वो ट्रिप हमेशा के लिये यादगार बन जायेगी।
सिंधुदुर्ग किला
महाराष्ट्र भारत के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक मराठा साम्राज्य रहा है। महाराष्ट्र के नज़दीक मालवण द्वीप भारतीय इतिहास का सबसे मुख्य हिस्सा है, क्योंकि इस द्वीप पर स्थित सिंधुदुर्ग किला मराठा साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध शासक शिवाजी महाराज द्वारा बनवाया गया था। इस किले में मराठाओं की संस्कृति, वास्तुकला और इतिहास की झलक साफ देखी जा सकती है। इसलिये इसे भारतीय इतिहास का सबसे ज़रूरी भाग माना जाता है।
मोचेमाड़ तट
वेनगुरला शहर के पास मोचेमाड़ गांव सिंधुदुर्ग के हरी भरी पहाड़ियों में बसा है। यह भी एक सुनहरी रेत वाला मीलों तक फैला समुद्र तट है। यहां शुद्ध और साफ पानी तथा लगातार समुद्र तट पर अरब सागर की लहरें आकर लड़ती है।
निवती बीच और गोल्डन रॉक
दो पहाड़ियों के बीच बसा निवती बीच को देखने देश-विदेश से लोग आते हैं। यहां के गोल्डन पहाड़ काफी मशहूर है। सुबह की धूप के कारण ये पहाड़ सुनहरे रंग में चमकने लगते हैं, इसी वजह से इन्हें गोल्डन रॉक्स कहा जाता है। यहां की सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।
तारकर्ली समुद्र और कर्ली जलभराव
तारकर्ली एक छोटा सा गांव है। यहां का लंबा समुद्र तट सुखद जीवन का अनुभव कराता है। यह जगह सफेद रेत के लिये मशहूर है। यहां का पानी इतना साफ है कि पानी के अंदर के जीव-जंतु साफ दिखते हैं। समुद्र तट मादा कछुओं के लिये भी एक विश्वसनीय क्षेत्र है, और आप समुद्र तट पर कछुओं को आराम करते, अंडे सेते या रेत में अपने अंडे की रक्षा करते देख सकते हैं।
अगर आप नाव की सवारी करना चाहते है तो कर्ली क्रीक के निकट कर्ली नदी का प्रवाह अरब सागर से मिलता है। जहां सुंदर और सौम्य क्षेत्र में नाव की सवारी की जाती है। नदी के बहाव के साथ होने वाली सवारी और तेज हवा आपको शांति का अनुभव करायेगा। सैर करते समय नदी के किनारे हरे – भरे जंगल आपको आर्श्चयनक जैसा महसूस कराते है।
सागरेश्वर शिव मंदिर
सागरेश्वर समुद्रतट पर भगवान शिव का प्राचीन सागरेश्वर मंदिर है। पत्थर से बने इस मंदिर के आसपास का समुद्र तट बुद्धिमानी से तैयार किया गया है। इसका आंगन सभी प्रकार के फूलों से बनाया गया है।
इसके साथ ही अरावली गांव तीर्थयात्रियों में बहुत प्रसिद्ध है। तो, फिर क्या सोच रहे हैं आप, बैग पैक कीजिये और जाइये शांति महसूस करने।
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