जम्मू-कश्मीर के पुलवामा ज़िले में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में करीब 40 जवान शहीद हो गए हैं और कईयों के घायल होने की खबर है। इस आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर लेथपोरा के पास आतंकियों ने आईईडी धमाका कर सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया। इस धमाके में सीआरपीएफ के करीब 40 जवानों के शहीद होने की खबर हैं। हमलें मे कई जवान बुरी तरह ज़ख्मी भी हुए हैं।
दिल दहला देने वाली इस घटना से सारा देश सदमें और गुस्से में है। परिवारों से दूर भारत माता की रक्षा में शहीद हुए ये जवान देश के असली हीरो हैं। इस आतंकी घटना का पूरे देश में ज़बरदस्त विरोध हो रहा है। राजनेता से लेकर आम आदमी, सब इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
सूना कर गए आंगन…
इस हमले में दर्जनों परिवारों ने अपना बेटा, पिता, पति, भाई खो दिया, उनके घर का आंगन हमेशा के लिए सूना हो गया। सैनिकों की बहादुरी और ज़ज्बे को तो सारा देश सलाम करता ही है, साथ ही सलाम करता है, उनके परिवार को, जिसने ऐसे वीरों को जन्म दिया।
पहले भी हो चुके है आतंकी हमले
पुलवामा में हुआ आतंकी हमला अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में अक्सर सेना को निशाना बनाया जाता रहा है, बावजूद इसके हमारे बहादुर सैनिक पूरी मुस्तैदी से सीमा की सुरक्षा में डटे रहते हैं। 18 सितंबर, 2016 को जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना के कैम्प पर आतंकियों ने हमला किया गया था जिसमें 19 जवान शहीद हुये थे।
जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात जवान हर पल मौत के साये में जीते हैं, लेकिन मौत का डर उनके इरादों को डिगा नहीं पाता। तभी तो माइनस 0 डिग्री तापमान हो या दुर्गम पहाड़ियां जवान हर जगह, हर पल बिना थके देश की हिफाज़त की अपनी ड्यूटी करते रहते हैं।
देश के लिए शहीद हुये वीर जवानों को हमारी भावपूर्ण श्रद्धाजंलि !
इमेज: विकिमीडिया
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