कहा जाता है कि किसी भी इंसान को विकसित होने के लिये ट्रैवलिंग करना बेहद ज़रूरी होता है। यह आपको नये लोगों और उनसे नई बातें सीखने का मौका देती है। साथ ही नई जगहों पर ट्रैवल करने से आप अपने रोज़मर्रा के रूटीन से बाहर आ जाते हैं। इससे आपके दिमाग को भी सुकून मिलता है, खासतौर से जब आपके ऊपर एक छोटी सी जान की ज़िम्मेदारी हो। क्या आपको पता है कि घर से बाहर निकलना और बाहरी दुनिया के बारे में जानना न सिर्फ आपके लिये बल्कि आपके नन्हें-मुन्ने की ग्रोथ के लिए भी अच्छा होता है।
अगर आप अपने बच्चे को लेकर जाने में डरते हैं, तो हमारे टिप्स आपके बहुत काम आयेंगे।
प्री-बुकिंग पर ध्यान दें
बच्चे के साथ ट्रैवल करते समय हमेशा अपने रहने की जगह को पहले से ही बुक कर दें। इससे आप आखिर में होने वाली दौड़भाग से बच सकेंगे। हो सके, तो पहले से ही अपने होटल या रहने की जगह पर बता दें कि आप एक बच्चे के साथ ट्रैवलकर रहे हैं और उसके लिये आपको खाने और दूसरी किन चीज़ों की ज़रूरत पड़ेगी।
पैकिंग करते समय ध्यान दें
सामान पैक करते समय आप बड़ों के लिए चाहे कम समान रख लें, लेकिन बच्चे के ज़रूरत के अलावा कम से कम दो-तीन सेट ज़्यादा ही रखें। कोशिश करें कि सफर के दौरान आप उसके कपड़ों को धो कर इस्तेमाल भी कर सकें। अपनी और बच्चे की दवाइयां रखना न भूलें (जैसे पेट दर्द, रैश, उल्टी, दस्त या बुखार की)। सफर के लिये बच्चे का फेवरेट खिलौने और बुक भी साथ रखें और उसका स्ट्रॉलर ले चलना न भूलें।
स्नैक्स साथ रखें
सफर के दौरान बच्चे ज़्यादातर स्नैक्स पर निर्भर रहते हैं। अगर आपका बच्चा एक साल से कम है, तो उसके लिये सेब, केला, फ्रेंच फ्राइज़ साथ रखें।सफर के दौरान बच्चे को कुछ नया खिलाने से बचें, साथ ही उसे बहुत ज़्यादा पैकेज्ड फूड न खिलायें।
बच्चों के साथ इंजॉय करें
बच्चे किसी भी चीज़ को बड़े ध्यान से देखते हैं। अगर आप उनकी नज़र से चीज़ों को देखेंगे, तो आप अपना वेकेशन और भी इंजॉय करेंगे। जैसे अगर वह किसी पक्षी या कीड़े को चलते हुये देखता है, तो उसके साथ रुक जायें और रुचि दिखायें।
आप अपने परिवार के करीब आते हैं
वेकेशनएक परिवार को करीब लाता है क्योंकि इस समय आप अपना काम छोड़कर एक दूसरे के साथ सारा समय बिताते हैं। जब भी फोटो खींचे, तो ये ध्यान रखें कि ये फोटो आप सिर्फ सोशल मीडिया के लिये नहीं खींच रहे हैं बल्कि ये आपके यादगार पलों को संजोकर रखने के लिये होते हैं। परिवार के साथ फोटो खींचे लेकिन उससे ज़्यादा बच्चे के साथ मस्ती करने में खो जाएं। वो सब करें जो आप आम तौर पर नहीं कर पाते।
बच्चों के ड्रामा पर ज़्यादा ध्यान न दें
बच्चों को यह अच्छे से पता होता है कि उनको अपनी बात कैसे मनवानी है, इसलिये उनके फिज़ूल के ड्रामा पर ध्यान न दें। जब भी बच्चे किसी चीज़ को मनवाने के लिये ड्रामा करें तो उनका ध्यान कहीं और लगाने की कोशिश करें।
ज़्यादा घूमने फिरने का प्लान न करें
बच्चे के लिये जगह, खाना पीना बदलता है, ऐसे में लगातार घूमने से बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है। इसलिए अपने वेकेशन में उतनी ही एक्टिविटीज़ प्लान करें, जितना आपका बच्चा इंजॉय कर सके। जब भी वो सोना चाहे, उसे छोटा सा नैप लेने दें।
पॉज़िटिव पैरेंट्स बनिये
आमतौर पर आपका बच्चा जो कुछ नहीं कर पाता हो, उसे वो वेकेशन पर करने दें, जैसे मिट्टी में खेलना, होटल या रहने वाली जगह पर अगर कोई पालतू जानवर हो तो खेलने दीजिये। ऐसा करने से यह हॉलिडे उसके लिए भी स्पेशल हो जायेगा और वह आगे भी आपके साथ घूमने जाने का इंतज़ार करेगा।
अनन्या दिल्ली की वर्किंग मदर है और यहां बतायें सारे टिप्स उन्होंने खुद अपने 5 साल के बेटे पर आज़मायें हैं।
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