नासा ने 2019 के अपने कैलेंडर के लिए तमिलनाडु के एन. थेनमुकिलन बच्चे की पेंटिंग को चुना है। इसकी वजह यह है कि बच्चे ने अपनी पेंटिंग के ज़रिए एक ऐसा मैसेज दिया है, जो नासा के वैज्ञानिकों को न केवल बेहद पसंद आया, बल्कि वैज्ञानिक इस पेंटिंग के मैसेज को साकार करने की कोशिश में भी जुट गए हैं।
भेजी थी ‘स्पेस फूड की पेंटिंग
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यूं ही इस बच्चे की पेंटिंग को अपने कैलेंडर में शामिल नहीं किया है, बल्कि लाखों स्कूली बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स में से इस बच्चे की बनाई पेंटिंग को चुना है। दरअसल, एन. थेनमुकिलन ने नासा की ओर से दी गई थीम के आधार पर ’स्पेस फूड’ की पेंटिंग बनाकर भेजी थी।
नवंबर के लिए पेंटिंग का हुआ चयन
नासा के कमर्शियल क्रू ने 19 दिसंबर को कैलेंडर जारी किया, जिसके लिए उन्होंने दुनियाभर से 12 पेंटिंग्स को चुना। हर महीने के लिए एक पेंटिंग का उपयोग किया गया है। थेनमुलिकन की पेंटिंग का चयन नवंबर माह के लिए किया गया है। क्रू मेंबर्स अब इन कैलेंडर्स की कॉपी अंतरिक्ष-यात्रियों को भेजेंगे। इस संबंध में नासा ने कहा है कि यह पेंटिंग कंपटीशन इसलिए आयोजित किया गया था, ताकि हमारे युवा साइंस, टेक्नोलॉजी, मैथेमैटिक्स और इंजीनियरिंग में रुचि लेकर इसके लिए उत्साह दिखाएं। इससे उन्हें भविष्य का वैज्ञानिक, इंजीनियर और खोजकर्ता बनने की प्रेरणा मिलेगी।
अंतरिक्ष में सब्जियां उगाने की अपील
‘स्पेस फूड’ की पेंटिंग के ज़रिये एन. थेनमुकिलन ने अंतरिक्ष यात्रियों से अंतरिक्ष में सब्जियां उगाने की अपील की है, ताकि उनके आहार पोषण की मात्रा को बढ़ाई जा सके। इसके पीछे एक अहम तर्क यह भी था कि ये सब्जियां अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों के आहार में पोषण सामग्री की कमी को पूरा करने के साथ ही उन्हें अंतरिक्ष में रहने के बावजूद पृथ्वी पर होने का एहसास कराएगा।
अपने स्कूल का दूसरा छात्र
बता दें कि थेनमुकिलन के पिता नटराजन एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर, जबकि मां चंद्रमणि एक रेवेन्यू इंस्पेक्टर हैं। अपने स्कूल से नासा की ओर से चुने जाने वाले दूसरे छात्र है क्योंकि इसी स्कूल के एक छात्र ने पिछले साल के कैलेंडर में अपनी पेंटिंग प्रकाशित कराने में कामयाबी पाई थी। स्कूल की प्रिंसिपल वसंता सेवनन की मानें, तो स्कूल का आर्ट लैब छात्रों के टैलेंट पहचानने और उसे डेवलप करने में मदद करता है।
देश के तीन अन्य बच्चों की पेंटिंग भी शामिल
थेनमुकिलन की पेंटिंग के अलावा तीन अन्य भारतीय छात्रों की पेंटिंग्स को कैलेंडर के लिए चुना है। इनमें उत्तर प्रदेश की नौ साल की दीपिका की पेंटिंग को कवर पिक्चर के रूप में लिया गया है, जबकि महाराष्ट्र के दस वर्षीय इंद्रायुध और आठ वर्षीय श्रीहन की पेंटिंग का अगस्त महीने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
और भी पढ़े: जीवन को दें गहरा अर्थ