बच्चे घरों में बंद है, न तो बाहर दोस्तों के साथ खेल सकते हैं और न ही पार्क में जा सकते हैं। ऐसे में उनका ज़्यादातर समय टीवी देखने में ही बीतता है, तो क्यों न आप बच्चों को कुछ ऐसा दिखाएं कि मनोरंजन के साथ उन्हें प्रेरणा भी मिले। इस लॉकडाउन पीरियड में बच्चों को आप कुछ ऐसी फिल्में दिखा सकती हैं जिसमें खास संदेश दिया गया है।
तारें जमीं पर
यह कहानी है डिस्लेक्सिया से पीड़ित एक 8 साल के बच्चे ईशान की, जो पढ़ाई में बिल्कुल पीछे है, लेकिन उसमें गजब की रचनात्मकता है। हालांकि उसे माता-पिता खुद अपने बच्चे की इस प्रतिभा को नहीं पहचान पाते हैं और न ही उसकी बीमारी के बारे में उन्हें पता चलता है। ईशान को बोर्डिंग स्कूल भेज दिया जाता है और वहां का आर्ट टीचर न सिर्फ उसके अंदर छुपी क्रिएटिविटी को पहचानकर उसे निखरता है। टीचर की वजह से ईशान की ज़िंदगी में में खुशनुमा बदलाव लाता है।
संदेश- हर बच्चे में कुछ खास गुण होता है, बस उसे पहचानने की ज़रूरत है।
आई एम कलाम
यह एक बच्चे छोटू की कहानी है, जो ढाबे पर काम करता है। उसकी ज़िंदगी में बहुत मुश्किलें हैं, लेकिन वह इनसे हार नहीं मानता, बल्कि काम के बाद पढ़ाई के लिए कुछ वक्त निकाल लेता है और वह डॉक्टर अब्दुल कलाम जैसा बनना चाहता है। दरअसल, टीवी पर उनका भाषण सुनने के बाद छोटू की ज़िंदगी के प्रति नज़रिया बदल जाता है और वह पूरे जोश और उत्साह के साथ अपना सपना पूरा करने में जुट जाता है।
संदेश- दिल में कुछ करने का हौसला हो, तो हर मुश्किल आसान हो जाती है।
स्टेनली का डिब्बा
यह कहानी है एक अनाथ बच्चे स्टेनली की जो कभी भी स्कूल में लंच लेकर नहीं आता और उसकी इसी बात से हिंदी टीचर उससे नाराज रहते हैं। स्टेनली बहुत होनहार है इसलिए स्कूल के बाकी टीचर और बच्चे उससे बहुत प्यार करते हैं और क्लास के दूसरे बच्चे उसके साथ टिफिन शेयर करते हैं। एक दिन हिंदी टीचर स्टेनली को स्कूल आने से मना कर देते हैं, हालांकि बाद में सच पता चलने पर वह शर्मिंदा हो जाते हैं।
संदेश- इससे जहां बच्चों को शेयरिंग की प्रेरणा मिलती हैं, वहीं यह भी बताया गया है कि हर बच्चा बहुत खास होता है।
हवा हवाई
चाय की दुकान पर काम करने वाला अर्जुन कुछ अमीर बच्चों को स्केटिंग करता देख, उनकी तरह की स्केटिंग करने का सपना देखता है, लेकिन वह बहुत गरीब है इसलिए स्केटिंग के सामान खरीदना उसके लिए मुमकिन नहीं है। मगर कुछ दोस्तों की मदद और अपने हौसले के दम पर एक दिन वह स्केटिंग का अपना सपना पूरा कर लेता है।
संदेश- अगर आप पूरी लगन और मेहनत से कुछ पाना चाहें, तो वह ज़रूर मिलता है।
गट्टू
एक गरीब बच्चा गट्टू जिसे पतंगबाजी का बहुत शौक है, लेकिन वह झूठ भी बहुत बोलता है। एक बार वह काली पतंग को काटने के लिए स्कूल पहुंच जाता है और स्कूल में सत्यमेव जयते का बोर्ड टंगा देखकर गट्टू को एहसास होता है कि हमेशा झूठ बोलकर वह गलत कर रहा है।
संदेश- हमेशा सच बोलना चाहिए।
इकबाल
एक बहरा और गूंगा लड़का इकबाल क्रिकेटर बनने का सपना देखता है। हर किसी को लगता है कि यह मुमकिन नहीं है, लेकिन इकबाल अपनी मेहनत के दम पर अपने सपने को पूरा कर दिखाता है।
संदेश- दिल लगाकर पूरी मेहनत से जो काम किया जाता है उसमें सफलता ज़रूर मिलती है।
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