कोरोना ने हर किसी की ज़िंदगी में तो बहुत बदलाव किए ही हैं, काम करने से लेकर उत्सव और शादी-ब्याह के तरीके भी बदलते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ही देश न्यू नॉर्मल यानी सामान्य जीवन की ओर धीरे-धीरे लौट रहा है, यानी एहतियातों के साथ सामान्य काम शुरू हो रहे हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए तो यही लगता है कि अब शादी-ब्याह और उत्सवों में पहले जैसी रौनक नहीं होगी, बहुत कुछ बदल चुका है और बदलने वाला है।
क्या हो रहे हैं बदलाव
शादी-विवाह, जन्मदिन की पार्टी और पारिवारिक कार्यक्रम में गले मिलना और ग्रुप बनाकर डांस करने जैसी बातें अब थोड़ी मुश्किल होंगी। अब तो खुशियों के बीच भी सोशल डिस्टेंसिंग आ गई है। साथ में त्योहार और खुशियां तो मना सकते हैं, लेकिन निश्चित दूरी का ख्याल रखते हुए और इसे देखते हुए तो यही लग रहा है कि भविष्य में हमारी खुशियां मनाने का अंदाज़ बिल्कुल बदल जाएगा।
शादी/पार्टी में होगा ऐसा नज़ारा
- रिश्तेदारों से गले मिलने पर मनाही रहेगी। डांस फ्लोर पर कदम तो थिरकेंगे, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ।
- बुफे सिस्टम भी अब नहीं होगा, यानी आप घूम-घूमकर अलग-अलग काउंटर पर जाकर अपनी पसंद के व्यंजन नहीं लेना मुश्किल हो जाएगा।
- शादी का निमंत्रण पत्र मिलने पर आप जा रहे हैं या नहीं इसकी जानकारी देनी भी ज़रूरी हो जाएगा, ताकि आने वाले मेहमानों की संख्या के हिसाब से व्यवस्था की जा सके। यानी एक का कहकर आप परिवार के 5 लोगों को नहीं ले जा पाएंगे।
- बारातियों का स्वागत हार-मालाओं की बजाय दरवाजे पर शरीर के तापमान की जांच करने और सैनिटाइजर के साथ होगा।
- शादी के हॉल में मेहमानों के बीच कुछ कुर्सियां खाली रहेंगी जिस पर फूल ये टेडी बियर रखें होंगे ताकि कोई वहां बैठे नहीं और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।
- स्टेज पर दुल्हा-दुल्हन को बधाई देने के लिए भी आप झुंड में नहीं जा सकते। कम लोग सुरक्षित दूरी के साथ दुल्हा-दुल्हन से मिल पाएंगे।
- जहां तक संभव होगा बंद कमरे की बजाय खुले मैदान में आयोजन किया जाएगा ताकि वेंटिलेशन अच्छा रहे।
- मेहमान ऑनलाइन ही शादियों में शरीक होंगे, पिछले कुछ महीनों में बहुत सी ऐसी शादियां हो चुकी है जहां ऐप के ज़रिए रिश्तेदारों ने शादी की रस्में देखी और दुल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद भी दिया।
भविष्य में होने वाले ये बदलाव भले ही आपके मस्तीभरे पलों को थोड़ा कम कर देंगे और अपनों को गले लगाने की आपकी इच्छा पूरी नहीं हो पाएगी, लेकिन इससे एक अच्छी बात यह होगी कि शादियों पर होने वाला अनावश्यक खर्च और बड़े समारोह में होने वाली भोजन की बर्बादी बच जाएगी।
और भी पढ़िये : बच्चों के लिए मेडिटेशन क्यों है ज़रूरी
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।