देश के करीब दस करोड़ परिवार, यानी तकरीबन 50 करोड़ लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से दूर हैं। यह आबादी मुख्य रूप से गरीब और वंचित वर्ग की है। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एनएस कुंटा स्थित ‘मस्जिद-ए-इशाक’ ने खुद को हेल्थ सेंटर में बदल लिया है।
धर्म-जाति से परे होगा हेल्थ सेंटर
दरअसल, सरकारी अस्पतालों में स्लम एरिया के लोगों की मौजूगी सामान्य से भी कम देखी जाती है, इसलिए मस्जिद में हेल्थ सेंटर के जरिए राज्य के अस्पतालों में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की भागीदारी बढ़ाने का काम किया जाएगा।
इस सेंटर की मदद से करीब डेढ़ लाख गरीब लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी और यह सेंटर एक तरह से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रेफरल लिंक के रूप मे काम करेगा। यह स्वास्थ्य सेवाएं धर्म-जाति से ऊपर उठकर सभी के लिए उपलब्ध होगा।
एनजीओ की मदद
हाल ही में मस्जिद परिसर में हेल्थ सेंटर खोलने के लिए मस्जिद कमेटी ने शहर के ‘हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन’ (एचएचएफ) एनजीओ से हाथ मिलाया है। खास बात यह कि इस हेल्थ सेंटर का दायरा केवल एनएस कुंटा तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि इसका लाभ आचिरेड्डी नगर, वतापल्ली, चश्मा, मुस्तफ़ानगर, पहाड़ी गुंटल शाह बाबा, टेकरी बिरयानी शाह, टीगल कुंटा, जहांनुमा, तादबुन और फातिमागनर के निवासी भी ले पाएंगे।
प्राईमरी हेल्थ केयर की सुविधा
मस्जिद में संचालित इस हेल्थ सेंटर में प्राईमरी हेल्थ केयर की सुविधा भी मिलेगी, जिनमें मुफ्त डायग्नोस्टिक्स, जख्मों का इलाज, मैटरनल केयर, फिजियोथेरेपी आदि शामिल होंगे।
मस्जिद प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए हेल्थ एजुकेशन प्रोग्राम आयोजित करेगी, लोकल बच्चों के लिए वैक्सीनेशन की सुविधा होगी और कुपोषित प्रेग्नेंट महिलाओं को न्यूट्रिशियन किट भी बांटेगी। इसके अलावा यहां कैंसर, किडनी संबंधी रोगों, डेंगू और टीबी के साथ लाइफस्टाइल से जुड़े रोग जैसेकि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि के लिए समय-समय पर स्क्रीनिंग सेशंस भी आयोजित किए जाएगे।
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