निकिता कौल ढौंडियाल की शादी हुए सिर्फ नौ महीने ही हुए थे और 17 फरवरी 2019 के दिन उसे खबर मिली कि उसके पति मेजर विभूति ढौंडियाल पुलवामा में आंतकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। शहीद पति को देख निकिता ने अपने पति की यूनिफार्म खुद पहनने का संकल्प लिया।
करीब एक साल बाद शार्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) की परीक्षा पास करके उन्होंने इस सपने को पूरा भी कर लिया।
निकिता को है मेरिट लिस्ट का इंतज़ार
फिलहाल निकिता देहरादून में अपने सुसराल में है और मेरिट लिस्ट का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है। मीडिया को दिए इंटरव्यू में निकिता ने कहा कि उनके पति मेजर विभूति बहुत ही आज़ाद ख्यालों के इंसान थे। जब मैंने अपनी प्राइवेट जॉब छोड़कर आर्मी से जुड़ने का फैसला करना था, तो बस मैंने आंखे बंद की और सोचा कि विभूति का फैसला क्या होता? मुझे लगा कि विभूति इस बात से ज़रूर खुश होते और बस फिर मैंने पूरी मेहनत से एसएससी एग्ज़ाम की तैयारी शुरू कर दी।
क्या हुआ था मेजर विभूति के साथ?
पिछले साल फरवरी को पुलवामा में आतंकवादियों के हमले का 20 घंटे तक जवाब देते हुए मेजर विभूति शहीद हो गए। जब उनके पार्थिव शरीर को देहरादून लाया गया, तो पूरे देहरादून की आंखे नम थी। निकिता के लिए ये जीवन का बहुत बड़ा झटका था, लेकिन उन्होंने हिम्मत के साथ अपने परिवार को संभाला और अपने पति को सैल्यूट देकर विदा किया।
सपना हुआ साकार
पति के जाने के बाद निकिता अपने पति की यूनिफार्म पहनना चाहती थी, इसलिए उन्होंने एसएससी की एग्ज़ाम पास किया और इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू में पूछे गए सवालों के बारे में बताते हुए निकिता ने मीडिया को बताया कि जब उसे कहा गया कि विभूति के साथ उनकी शादी को सिर्फ 9 महीने ही हुए थे, तो आप दो साल कैसे कह रही है। इस पर निकिता ने ऑफिसर्स को जवाब दिया कि भले ही शादी के 9 महीने बाद वो दुनिया से चले गए थे लेकिन शादी तो आज भी कायम है। उनके जाने से शादी तो नहीं टूट जाती।
कुछ इन्हीं इमोशन्स के साथ निकिता अब अपने पति के सपनों को पूरा करना चाहती है।
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