लोग सोचते है कि शाकाहारी होने पर आप कई तरह के प्रोटीन, विटामिन्स की कमी से जूझने लगते हैं। जबकि आपको जानकर हैरानी होगी कि शाकाहारी होने के कई फायदे हैं, जिन्हें जानकर आप गर्व से कह सकेंगे, ‘मैं वेजिटेरियन हूं’।
लंबी उम्र का राज़
वैसे तो लंबी आयु के लिए लोग कई चीज़ें करते है, लेकिन शाकाहारी आहार अपनाना भी उन में से एक है। आप जितना ज़्यादा फल-सब्ज़ियां खाएंगे, टॉक्सिंस और केमिकल्स की उतनी कम मात्रा आपके शरीर में इकट्ठी होगी, जिससे आप स्वस्थ रहेंगे और आपकी दीर्घायु होगी।
कोलेस्ट्रॉल लेवल्स रहते हैं कम
आप माने या न माने लेकिन मांसाहारी खाना खाने के कोई खास फायदे नहीं होते। हालांकि इंसान को कोलेस्ट्रॉल की जितनी ज़रूरत होती है, वह वेगन फूड से मिल जाता है। अगर कोरियन रिसर्च की माने तो लंबे समय तक वेजिटेरियन डाइट लेने से बॉडी फैट और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है।
मोटापा और स्ट्रोक का खतरा होता है कम
शाकाहारी डाइट लेने वाले ज़्यादातर लोग भावनाओं में बह कर नहीं खाते। यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल घेंट डिपार्टमेंट ऑफ पीडियाट्रिक्स, बेल्जियम के मुताबिक वेजिटेरियन खाने से मोटापे की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा बेहद कम हो जाता है।

डायबिटीज़ का रिस्क कम
मांसाहारी लोगों को आमतौर पर ब्लड शूगर का हाई स्तर अनुभव होता है। अगर वह शाकाहारी भोजन खाने लगे, तो इससे बचा जा सकता है क्योंकि शाकाहारी खाने से ब्लड शूगर लेवल मेंटेन रहता है। एक हेल्दी वेजिटेरियन डाइट पौष्टिक होती है और इसमें फैटी एसिड कम होता है।
त्वचा को रखिए हेल्दी
हेल्दी स्किन के लिए सही मात्रा में विटामिन, मिनरल और ढेर सारा पानी पीना ज़रूरी होता है। आप जो फल-सब्ज़ियां खाते हैं, उनमें सही मात्रा में विटामिन, मिनरल और ढेर सारे एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जिससे आप बीमारियों से दूर रहते हैं और आपकी त्वचा चमकदार हो जाती है।
पाएं हाई फाइबर कंटेंट
फलों और सब्जियों में हाई फाइबर कंटेंट भी होता है, जो सही पाचन के लिए ज़रूरी है। यह शरीर के मेटाबॉलिज़्म को सुधारने में मदद करता है और शरीर से टॉक्सिंस और केमिकल्स को हटाने में मदद करता है। वेजिटेरियन खाना आमतौर पर पानी आधारित होता है, जो शरीर में पानी की ज़रूरी मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है।
मोतियाबिंद के रिस्क को करें कम
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में क्लिनिकल मेडिसिन के नफ़िल्ड डिपार्टमेंट द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार, मोतियाबिंद को विकसित करने के जोखिम और हमारे खाने के बीच एक मजबूत संबंध है – मांस खाने वालों पर मोतियाबिंद का जोखिम ज़्यादा और शाकाहारी होने पर सबसे कम हो जाता है।
तो फिर आज से आप खुद को बनाइये शाकाहारी।
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