अगर आप नए साल की शुरुआत बेहद शानदार तरीके से करना चाहते हैं, तो हम आपको ऐसी सात चीज़ें बताएंगे, जो आप जनवरी में ही कर सकते हैं।
इंटरनेशनल काइट फ्लाइंग फेस्टिवल, गुजरात
पतंगों का यह उत्सव आपको बचपन की याद दिला देगा। यह उत्सव साल 1980 से चला आ रहा है, जिसका आयोजन अहमदाबाद में किया जाता है। इस उत्सव के दौरान सूर्योदय के साथ ही आसमान रंगबिरंगी पतंगों से सज जाता है। पूरी दुनिया से पतंगों के शौकीन कई तरह की पतंग लेकर इस महोत्सव में हिस्सा लेते हैं। कोई रोक्काकू फाइटिंग जैपनीज़ पतंग लाता है, कोई इटली की स्कल्पचुरल पतंगे साथ लाता है, तो कोई फ्लाइंग ड्रैगन चाईनीज़ काइट साथ लेकर इस पतंगों के उत्सव में भाग लेता है।
कबः 6 से 14 जनवरी
बीकानेर कैमल फेस्टिवल, राजस्थान
क्या आपने ऊंटों की ब्यूटी पेजेंट के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो हम आपको बता देते हैं कि बीकानेर में दो दिन तक चलने वाले इस उत्सव में ऊंट हिस्सा लेते हैं, जिन्हें बेहद शानदार तरीके से सजाया जाता है। खूबसूरत लिबास में सजे ऊंट देखने वालों का मन मोह लेते हैं। इस उत्सव में ऊंट रेस में भाग लेते हैं, गानों पर थिरकते हैं, ब्यूटी पेजेंट में भी हिस्सा लेते हैं। इसके साथ-साथ आप कई तरह के नाच-गानों के परफॉर्मेंस, कठपुतिलयों और फायर डांस का भी आनंद उठा सकते हैं।
कबः 11 से 12 जनवरी
अराकू बलून फेस्टिवल, आंध्र प्रदेश
अराकू गुब्बारा महोत्सव के दूसरे एडिशन में आप प्रकृति के बीच हॉट एयर बलून की सवारी कर सकते हैं। ज़रा कल्पना कर के देखें कि आप आकाश में रंगीन गुब्बारों के बीच हवा में उड़ रहे हों और नीचे बस हरियाली ही हरियाली हो। यह तीन दिनों का आयोजन आपको प्रकृति के बीच रहने का एक शानदार मौका देता है, जहां आप जंगल में कैंपिंग कर सकते हैं, कॉफी के बागान में घूम सकते हैं, कल्चरल जगहों पर जा सकते हैं और पास के अद्भुत झरनों में खुद को सोख सकते हैं।
कबः 18 से 20 जनवरी
मायलापुर फेस्टिवल, तमिलनाडु
चेन्नई के मायलापुर में मनाया जाने वाला यह उत्सव 2001 में कोल्लम प्रतियोगिता (चावल पाउडर के साथ जमीन पर पैटर्न बनाने) के रूप में शुरू हुआ। अब, यह उत्सव 4 दिवसीय बन गया है, जिसमें 300 से ज़्यादा कलाकार, 30 से भी ज़्यादा इवेंट्स में भाग लेते हैं, जिनका प्रदर्शन एक साथ 12 जगहों पर होता है। आप यहां पर संगीत और नृत्य प्रदर्शन, हेरिटेज वॉक, प्रदर्शनियों और स्थानीय संस्कृति का आनंद ले सकते हैं।
कबः 9 से 12 जनवरी
स्पितुक गुस्टर फेस्टिवल, लद्दाख
लद्दाख अपने खूबसूरत लैंडस्केप्स के लिए जाना जाता है, जिसकी भव्यता को और भी ज़्यादा बढ़ा देता है यह स्पितुक गुस्टर का उत्सव, जो तिब्बती कैलेंडर के 11 वें महीने में मनाया जाता है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य बुराई और बुरी आत्माओं को दूर करना और अच्छाई को बढ़ावा देना है। देश भर से लोग मौंक्स का नकाबपोश नृत्य देखने के लिए यहां आते हैं, साथ ही मेडिटेशन में भाग लेते हैं, नृत्य और संगीत प्रदर्शन का आनंद लेते हैं, और बर्निंग सेरेमनी को देखते हैं।
कबः 22 और 23 जनवरी
अहिंसा फेस्ट, मुंबई
यह भारत का से बड़ा वेगन फेस्टिवल है, जो अपने पांचवें साल में चल रहा है। इस उत्सव का मकसद दुनिया में अहिंसा के बारे में जानकारी फैलाना है। इस फेस्ट की खास बात यहां का वेगन फूड होता है, जिसकी काफी सारी वेराइटी सेल पर लगती है, साथ ही खाने को बेहतर बनाने के लिए और स्वस्थ्य ठीक रखने के लिए कुकिंग के तरीके भी सिखाए जाते हैं। इस सब के बीच शानदार म्यूज़िकल परफर्मेंस भी होती हैं, जो आपका दिन बना देंगी।
कबः 26 जनवरी
इंडिया आर्ट फेयर, दिल्ली
यह एक ऐसा माध्यम है, जिसके ज़रिए कलाकार अपनी विभिन्न तरह की कला, स्कल्पचर, पेंटिंग, वीडियो आर्ट, फोटोग्राफी, मिक्स्ड मीडिया, प्रिंट्स और कई दूसरे तरह की प्रदर्शनी करते हैं। यहां 40 गैलरियों में 550 से भी ज़्यादा तरह के आर्टवर्क की प्रदर्शनी की जाती है, जो कंटम्प्रेरी और मॉर्डन, दोनों ही स्टाइल की होती हैं। यहां पर अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की कला भी शामिल की जाती है।
कबः 30 जनवरी से 2 फरवरी तक
इन उत्सवों में भाग लेकर आप भारत की छिपी हुई संस्कृति और सुंदरता को अपनी आंखों से देख सकते हैं और जीवन के लिए नई यादें बना सकते हैं।
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