
गर्भावस्था में महिलाओं को खाने-पीने और एक्सरसाइज से लेकर अपनी सेहत तक का अतिरिक्त ख्याल रखने की ज़रूरत होती है। इस दौरान न तो अपनी मर्जी से कोई दवा लेनी चाहिए और न ही भारी-भरकम कसरत करनी चाहिए। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को किन चीज़ों से बचना चाहिए और क्या करना चाहिए आइए, जानते हैं।
गर्भवती महिलाओं को यह सब करना चाहिए
- गर्भावस्था के शुरुआती महीनों से लेकर जब तक कोई गंभीर समस्या न हो, हल्की-फुल्की कसरत और योग करें।
- थोड़ा-थोड़ा करके दिन में कई बार खाना खाएं।
- भोजन में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा-3, प्रोटीन, कैल्शियम आदि से भरपूर चीज़ें जैसे दाल, दूध, ताजे फल और सब्ज़ियों को ज़रूर शामिल करें।
- मूत्र से जुड़े संक्रमण से बचने के लिए ढेर सारा पानी या अन्य तरल जैसे जूस, नारियल पानी आदि पिएं।
- तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन करें, अच्छी किताबें पढ़ें या मनपसंद संगीत सुनें।
- घर का बना ताजा और हेल्दी खाना खाएं।
- जब तक डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह न दें, अपनी सामान्य दिनचर्या जारी रखें।
- चलना बहुत ज़रूरी है, इसलिए सुबह-शाम थोड़ा वॉक ज़रूर कर लें, इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है।
- समय-समय पर डॉक्टर के पास जाएं और वह जो ही टेस्ट बोले उसे ज़रूर करवाएं। इससे बच्चे के विकास के बारे में सही जानकारी मिलती है।
- स्ट्रेच मार्क्स से बचने के लिए दूसरी तिमाही से ही पेट पर तेल या मॉइश्चराइज़िंग क्रीम लगाना शुरू कर दें।
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गर्भावस्था में इन चीज़ों से बचें
- बहुत ज़्यादा फैट, मीठा, नकमीन और तला-भूना खाने से बचें।
- फास्ट व जंक फूड न खाएं। इससे पेट में जलन और गैस बन सकती है।
- डायटिंग की गलती बिल्कुल न करें, इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जिससे बच्चे का विकास ठीक तरह से नहीं हो पाएगा।
- अपनी मर्जी से कोई दवा न लें, यह आपके और आपके आने वाले बच्चे के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
- गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में कच्चा पपीता और अन्नानास न खाएं।
- हॉट टब और सॉना बाथ से परहेज करें, इससे शरीर का तापमान अचानक बढ़ सकता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है और यह बच्चे के लिए घातक साबित हो सकता है।
- डिहाइड्रेशन और तनाव से दूर रहना बेहद ज़रूरी है।
- भारी कसरत और न ही ज़्यादा डांस करें।
- भारी सामान उठाने से बचें, जब झुकना हो तो कमर से झुकने की बजाय घुटनों को मोड़कर बैठें।
- जब तक बहुत ज़रूरी न हो, लंबी दूरी की यात्रा से परहेज करें।
- एक्स-रे, दर्दनिवारक दवाएं और एंटीबायोटिक्स से परहेज़ करना ज़रूरी है।
- यदि एक्स-रे करवाना ज़रूरी है तो पहले ही अपनी प्रेग्नेंसी की जानकारी दे दें।
- इसी तरह यदि दांतों की किसी समस्या के लिए डेंटिस्ट के पास जा रही हैं, तो उन्हें भी प्रेग्नेंसी के बारे में बता दें ताकि वह इस बात का ध्यान रखते हुए इलाज करें।
तो इस तरह कुछ बातों का ध्यान रखकर आपकी गर्भावस्था सुखद हो सकती है।
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