खुशी एक एहसास है, जो ढ़ेर सारी किताबें पढ़ने या पैसा कमाने से मिल जाये, यह ज़रूरी नहीं। यह तो इंसान की सोच पर निर्भर करता है कि उसे किस चीज़ से खुशी मिलती है। खुश रहने के लिये पॉज़िटिव सोच के साथ कुछ और बातों का भी ध्यान रखना ज़रूरी है। चलिये, जानते हैं क्या है खुशी का फॉर्मूला।
शांति से रहे
इंसान दुनिया में अकेला ही आता है, लेकिन वह दूसरों से प्रेरित होता है, सीखता है, मगर यह सब करते हुए भी इंसान को अपनी अलग पहचान बनाये रखनी चाहिये। कभी दूसरों से खुद की तुलना न करें। सामने वाला आपसे अमीर या गरीब क्यों है, इस बारे में सोचने की बजाय यह सोचे कि आप किसी गरीब की मदद किस तरह से कर सकते हैं। दूसरों से अपनी तुलना न करना और दिमाग को शांत रखना भी खुश रहने का एक तरीका है।
कोई चीज़ आपसे ऊपर नहीं है
याद रखिये, दुनिया में कोई भी चीज़ चाहे वो कितनी भी महंगी क्यों न हो, घर, गाड़ी, गैजेट्स आपसे बढ़कर कुछ नहीं होता। इसलिये ऐसी चीज़ों के खोने या नष्ट होने पर दुखी होने की ज़रूरत नहीं है। बस इस बात का ध्यान रखिये कि कोई रिश्ता खराब न हो। डर, निराशा जैसी भावनाओं को दिल से निकाल दें। आपके पास जो कुछ है, उसके लिये ईश्वर का आभार व्यक्त करें।

न करें खुद से ब्रेकअप
आप सिर्फ अपने व्यवहार को कंट्रोल कर सकते हैं, दूसरों के नहीं। इसलिये दूसरों के व्यवहार से दुखी और गुस्सा होने की ज़रूरत नहीं है। कोई इंसान जब तक आपके साथ है उससे प्यार करें, मगर उसे नियंत्रित करने की कोशिश न करें। आप कभी खुद से ब्रेकअप न करें, क्योंकि जीवन भर बस आप खुद ही अपना साथ देने वाले हैं कोई और नहीं।
खुद पर भरोसा
आप ईश्वर पर भरोसा करें न करें, लेकिन खुद पर विश्वास होना ज़रूरी है। दूसरों से किसी तरह की उम्मीद किये बिना आत्मनिर्भर बनें। मज़बूत आत्मविश्वास के साथ ही आप साहसी फैसले ले सकते हैं। याद रखिये, आत्मविश्वास ही वह धन है, जिससे आप सपने खरीद सकते हैं।
आज में जियें
खुश रहने के लिये आज में जीना ज़रूरी है। जो हो चुका है और जो होने वाला है, उसे कोई बदल नहीं सकता, तो इस बारे में सोचकर मायूस होने से क्या फायदा? सबसे ज़्यादा ज़रूरी है आज। आप आपके पास जो काम है, आप जहां खड़े हैं, आपके समाने जो इंसान है, बस उस पर ही फोकस करें।
सीखने के लिये रहें तैयार
जीवन में हमेशा नई चीज़ें सीखने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिये। इससे आपको समझ आता है कि समय के अनुसार कौन सा बदलाव ज़रूरी है।
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