उम्मीद पर टिकी है दुनिया
कहते हैं कि “उम्मीद पर जीता है ज़माना, वो क्या करे, जिसको कोई उम्मीद नहीं हो।” यह बात बिल्कुल सच है कि इंसान उम्मीदों पर ही तो जीता है। कल कुछ अच्छा होने की उम्मीद, नई नौकरी, प्रमोशन, नया घर, जीवनसाथी मिलने की उम्मीद। ज़रा सोचिए, यदि हम उम्मीद करना ही छोड़ दें, तो जीवन कितना नीरस हो जाएगा। जीवन में आगे बढ़ते रहने के लिए किसी भी परिस्थिति में उम्मीद का दामन नहीं छोड़ना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि मन मुताबिक कोई काम न होने या फिर किसी काम में असफल होने पर हमें लगने लगता है […]