टीचिंग जिसके लिए प्रोफेशन नहीं, धर्म है
आज चाहे टीचिंग का प्रोफेशन कुछ लोगों के लिए बिज़नेस बन गया हो, लेकिन बहुत सारे ऐसे टीचर्स है, जो इसे रोज़ी-रोटी का ज़रिया नहीं मानते हैं। उनके लिए पढ़ाना किसी धर्म और ईमान से बढ़कर है। ऐसी ही एक केरल की लेडी टीचर है, जो रोज़ नदी, पहाड़ियों का लंबा घुमावदार रास्ता पार करते हुए स्कूल पहुंचती है और बच्चों को पढ़ाती है। परेशानियों नहीं घबराती तिरुवनंतपुरम की रहने वाली केआर उषाकुमारी पिछले 16 वर्षों से केरल के एक दूरदराज के गांव में अगस्त्य ईगा अध्यापका विद्यालय चला रही हैं। उषाकुमारी सुबह सबसे पहले अपने घर अंबुरी से कुंबिक्कल […]