कला से दूर होता है तनाव
पेंटिंग या ड्राइंग सिर्फ कला का माध्यम ही नहीं, बल्कि ये जीवन में खुशियां लाने और पॉज़िटिव सोच का भी ज़रिया है। सुनैना को पेंटिंग का बहुत शौक तो नहीं था और न ही वह बहुत अच्छी कलाकार थी, लेकिन किसी के कहने पर उसने यूं ही पेंटिंग में हाथ आज़माना शुरू किया। कागज़ पर पेंसिल से कुछ भी बनाना और फिर उसमें रंग भरने के काम में धीरे-धीरे उसे मज़ा आने लगा और उसने यह भी महसूस किया कि उसके अंदर कुछ पॉज़िटिव बदलाव हुये हैं। जैसे- उसे अब चीज़ें कहां रखी है, ये याद रहता है। पहले की […]