भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है रंगमंच
सदियों से थियेटर यानी रंगमंच मनोरंजन का साधन बने हुये है, लेकिन सिनेमा और इंटरनेट के दौर में इसकी अहमियत धीरे-धीरे कम होती जा रही है। थियेटर में कला को कई रूपों में दर्शकों तक पहुंचाया जाता है। चलिये, विश्व रंगमंच दिवस (वर्ल्ड थियेटर डे) के मौके पर जानते हैं सदियों पुराने रंगमंच के अलग-अलग रूपों के बारे में। थियेटर के कई रूपों में से कुछ खास आपके लिये – भांड पाथेर यह कश्मीर की लोक कला है, जो सदियों से कश्मीरियों का मनोरंजन करती आ रही है। भांड पाथेर में डांस, गीत-संगीत और एक्टिंग के ज़रिये कलाकार अपनी बात […]