अपने तो बस अपने होते हैं
इस बात से तो कोई इंकार नहीं कर सकता कि दिन भर की भागदौड़ के बाद घर जाकर परिवार के साथ खाना खाकर और बातें करके सारी थकान उतर जाती है। आप चाहे दुनिया घूम आयें, लेकिन जो सुकून रिश्तों की गरमाहट से मिलता है, वो किसी फाइव स्टार होटल में जाकर भी नहीं पाया जा सकता। कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि आप ज़िंदगी की जद्दोजहद में उलझ जायें और अपने परिवार के लिए वक्त न निकाल पायें, लेकिन आखिरकार थककर या किसी खुशी भरी बात को शेयर करने के लिये परिवार की याद ही सबसे पहले आती है। […]