हर पैरेंट्स अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहते है और बड़े अधिकारी तो अपने बच्चों को बड़े स्कूलों या विदेश में पढ़ाते है। लेकिन मध्य प्रदेश के एक आईएएस ने अपनी बच्ची को आंगनबाड़ी में भेजकर ऐसी मिसाल पेश की है, जिसका हर कोई कायल हो गया है।
बेटी को प्लेग्रुप नहीं आंगनबाड़ी में भेजा
मध्य प्रदेश के कटनी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट पंकज जैन ने अपनी बेटी को किसी बड़े प्लेग्रुप में भेजने की बजाय पास के आंगनबाड़ी में एडमिशन दिलाकर सबको हैरान कर दिया। इतने बड़े अधिकारी की बेटी मामूली से आंगनबाड़ी में जा रही है। यह देखकर लोग ज़रूर हैरान हो रहे हैं, लेकिन यह कदम पंकज जैन की दूरदर्शिता और अपनी जिम्मेदारी के प्रति गंभीरता को दर्शाता है।
स्थिति सुधारना है मकसद
पंकज ने ऐसा लोगों की सहानुभूति बटोरने के लिए नहीं किया, बल्कि उनका मानना है कि जब कोई ज़िम्मेदार अधिकारी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी या सरकारी स्कूल में भेजते हैं, तो हालात अपने आप सुधर जाते हैं। पंकज की बात पूरी तरह से सही है। यदि हमारे देश के सरकारी स्कूल या संस्थाओं में बड़े अधिकारी और राजनेताओं के बच्चे आंगनबाड़ी या सरकारी स्कूलों में पढ़े, तो स्थिति में सुधार हो सकता है।
आमतौर पर होता यह है कि ऐसी जगहों पर एकदम निचले तबके के बच्चे जाते हैं। ऐसे में प्रशासन भी सुधार की कोई कोशिश नहीं करता। वहीं यदि अन्य ज़िम्मेदार अधिकारी भी पंकज जैन की तरह कदम उठाते, तो शायद हमारे देश के सरकारी स्कूल और संस्थाओं की तस्वीर ही कुछ और होती है।
राज्यपाल ने बांधे तारीफों के पुल
पंकज जैन के इस कदम पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी लेटर लिखकर अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने लिखा, “लोक सेवक समाज में प्रेरणा के केंद्र होते हैं, उनके आचरण का समाज पालन करता है। कर्तव्यों के प्रति आपकी सहजता ने मुझे काफी ज़्यादा प्रभावित किया है।” अधिकारी की तारीफ वाला राज्यपाल का यह लेटर सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ और लोगों ने पंकज जैन की जमकर तारीफ की।
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