आप अक्सर सुनते होंगे कि कसरत करने से मूड अच्छा बना रहता है, कभी सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि फिज़िकल एक्टिविटी के बाद आपके शरीर में एंडोर्फिंस पैदा होते हैं, जो आपके मूड को तरोताज़ा कर देते हैं। लेकिल शारिरिक कसरत के साथ-साथ मूड अच्छा रखने के लिए मानसिक कसरत और खुद को बुरी और उदास भावनाओं से दूर रखने का प्रयास भी बहुत ज़रूरी है।
अगर आप खुद को उदासी और डिप्रेशन से बाहर निकालना चाहते हैं, तो इन बातों पर ध्यान दें ः
एक ही बात को बार-बार सोचने से बचें
बार-बार सोचने की बजाय उस बात का हल निकालने पर ध्यान दें और उस दिशा में छोटे-छोटे कदम बढ़ायें। किसी भी घटना या परिस्थिति के प्रति नेगेटिव सोच न बनायें और अपनी पहुंच से बाहर के लक्ष्यों के बारे में बार बार सोचकर परेशान न हो।
अपनी ज़िंदगी की पॉज़िटिव चीज़ों को न भूलें
जीवन में चाहे कितने भी विपरीत हालात क्यों न आ जायें, याद रखिये कि उसमें भी कुछ न कुछ पॉज़िटिव ज़रूर होता है। हर रात सोने से पहले एक कागज़ पर दिन भर में किये गये तीन अच्छे काम ज़रूर लिखिये, फिर चाहे वो कितने छोटे ही क्यों न हो।
बीते हुए कल को भूल जाये
अगर आप खुद से नई और पॉज़िटिव सोच रखने का वादा करेंगे, तो आपकी ज़िंदगी आपको एक बार फिर से मुस्कुराने का मौका देगी। बीते हुए कल के बारे में सोच कर पछताने से बेहतर है कि उससे सबक लेकर आज में जियें और उन गलतियों को फिर न दोहरायें।
आने वाले कल के बारे में ज़रूरत से ज़्यादा न सोचे
जिस तरह बीते हुये कल के बारे में सोचना आपके लिए परेशानी खड़ी करता है, उसी तरह आने वाले कल के बारे में ज़रूरत से ज़्यादा सोचना भी आपके लिए चिंता का एक विषय बन सकता है। ऐसा नहीं है कि आप आने वाले कल के लिए एकदम तैयारी न करें, लेकिन उस तैयारी के साथ आज में जीना न भूल जाये।
डेली रूटीन सेट करें
अगर आपके जीवन में कोई रूटीन नहीं होता, तो आसपास की सारी चीज़ें अस्त-व्यस्त होने लगती है। पता ही नहीं चलता की समय कब बीत गया और ज़रूरी काम अधूरे रह गये। सिर्फ काम ही नहीं संबंधों को मधुर बनाए रखने के लिए भी समय देना ज़रूरी होता है। इसलिए अपने दिन के लिए रुटीन सेट करने के लिए इन प्वाइंट्स पर ध्यान दे और कागज़ पर लिखेः
-दिन के किस समय में क्या करना है।
-कैसे करना है।
-वास्तव में आपने क्या किया।
-जो आपने किया, उसके बारे में आप कैसा महसूस करते हैं। (0 से 10 के बीच खुद को नंबर दें)
-ऐसी परिस्थितियों के बारे में लिखे, जिसकी वजह से आपका मूड खराब हुआ हो।
इस कागज़ को कुछ दिन तक रोज़ भरें और विचार करें कि किन चीज़ों में बदलाव लाना है और क्या सही दिशा में चल रहा है। साथ ही ऊपर बताई गई बातों का पालन करने कि कोशिश करे। देखिए कि कितनी जल्दी आपका मूड एक बार फिर से दिन भर फ्रेश रहने लगेगा।
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