स्टाइल और मजबूती में सबसे आगे रहने वाला लिनेन दुनिया के सबसे पुराने फैब्रिक्स में से एक है। लिनेन को अपने वॉर्डरोब का हिस्सा बनाना न सिर्फ आपके लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद रहेगा।
मुद्रा के रूप में इस्तेमाल?
आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी कि मिश्र के लोग कभी लिनेन को मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करते थे। यह मम्मी फायरिंग प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। लिनेन फैशन बिरादरी के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और हमेशा से रहा है। दुनिया के सबसे पुराने फैब्रिक में से एक लिनेन सदियों से अपनी पहचान बनाए हुए है। चलिए आपको बताते हैं इस कूल फैब्रिक की जर्नी के बारे में।
लिनेन का इतिहास
यह 6000 साल से भी अधिक पुराना फैब्रिक है और यब सबसे अधिक बायोडिग्रेडेबल कपड़ों में से एक है। यह सन के पौधे लिनम यूज़ीटेटीसीमम के रेशों से बनता है। लिनेन में कुदरती कीट-प्रतिरोधी गुण होते हैं, जो इसे और मशहूर बनाता है। यह प्राकृतिक रूप से आइवरी, टैन, एक्रू और ग्रे कलर में आता है।
लिनेन की खासियत क्या है ?
यह बिना बैक्टीरिया के नमी को सोख लेता है। यह गर्मी का अच्छा कंडक्टर है इसलिए बिस्तर के लिए यह बेतहरीन विकल्प होता है और गर्मियों में पहनने के लिए भी। इसके अलावा लिनेन अन्य कपड़ों की तुलना में रंग को अच्छी तरह पकड़ लेता है, जिससे कलर फेड नहीं होते और यह जल्दी सूख जाते हैं (कॉटन से भी जल्दी) जिससे रोज़ाना इस्तेमाल के लिए यह अच्छा विकल्प है।
सन का पौधा अपने आप में बहुत लचीला होता है और कैसे भी वातावरण में तेज़ी से विकसित होने लगता है चाहे मिट्टी सूखी, गीली या खराब ही क्यों न हो। इसमें कॉटन से पानी भी कम लगता है। इसके अलावा इमसें आलू की तुलना में 13 गुना कम कीटनाशकों की आवश्यकता होती है।
लिनेन का इस्तेमाल होता है कम
यूनाइटेट नेशन्स फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, गारमेंट फाइबर में लिनेन का केवल एक प्रतिशत ही इस्तेमाल होता है। क्यों? क्योंकि लिनेन का धागा तैयार करने की प्रक्रिया में बहुत मेहनत लगती है और उसके बाद कपड़े बनाने में श्रम भी अधिक लगता है। यही वजह है कि इसके कपड़े बनते-बनते बहुत महंगे हो जाते हैं और सामान्य की बजाय लग्जरी कपड़ों में इसकी गिनती होती है। हालांकि लिनेन के फायदों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। यह एंटी बैक्टीरियल, सांस लेने वाला, प्रेस होने वाला, नमी को जल्दी सोखने वाला और थोड़ा चमकीला है और सबसे महत्वपूर्ण बात कि यह टिकाऊ है।
ऑर्गेनिक कपड़ा
वैसे लेनिन इको फ्रेंडली ज़रूर है, लेकिन यह पूरी तरह से ऑर्गेनिक नहीं है क्योंकि वीड (अपने आप उगने वाले बेकार पौधे) को खत्म करने के लिए जमीन में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, हालांकि केमिकल की मात्रा अन्य फैब्रिक यहां तक की कॉटन से भी कम होती है। कुछ इंडियन ब्रांड्स हैं तो लिनेन की विस्तृत रेंज ऑफर करते हैं जैसे लिनेन लव, कॉटन वर्ल्ड और लिनेन क्लब।
लिनेन कपड़े ढेर सारे रंगों में उपलब्ध होते हैं। क्लोदिंग से लेकर बेडिंग, नैपकिन्स और रनर्स के लिए लिनेन बेहतरीन विकल्प है। तो हम आपसे यही कहेंगे लिनेन चुनिए और पर्यावरण बचाने में मदद करिए।
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