गन्ने का जूस बहुत एनर्जेटिक और हेल्दी माना जाता है। खासतौर पर गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए यह बेस्ट ड्रिंक है, लेकिन इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या डायबिटीज़ पेशेंट को गन्ने का जूस पीना चाहिए?
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
गन्ने के जूस में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। अक्सर आपने सड़क किनारे गन्ने के जूस की ढेर सारी दुकाने देखी होंगी। गन्ने के जूस में नींबू और काला नमक मिलाकर सर्व किया जाता है और चूंकि यह शरीर को तुंरत एनर्जी देता है, इसलिए लोग इसे पीना पसंद करते हैं। गन्ने से ही शक्कर, ब्राउन शुगर और गुड़ बनता है। गन्ने का जूस बहुत हेल्दी होता है, मगर अधिक मीठा होने के कारण अक्सर डायबिटीज पेशेंट इससे परहेज करते हैं, लेकिन यह शुद्ध शक्कर नहीं होती। दरअसल, गन्ने के जूस में 70-75% पानी, 13-15% सुक्रोज के रूप में शुगर (जो सामान्य शक्कर जैसा ही है) और 10-15% फाइबर होता है।
बीमारी से बचाता है
गन्ने के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर, दिल की बीमारी और अन्य क्रॉनिक बीमारियों के खतरे को कम करता है। दरअसल, गन्ना मीठा जरूर होता है, लेकिन अन्य मीठे पेय की तरह प्रोसेस्ड नहीं होता, इसलिए इसमें विटामिन्स, मिनरल्स मौजूद रहते हैं। इसमें पोटैशियम जैसा इलेक्ट्रोलाइट्स भी होता है, जो वर्कआउट के बाद शरीर को तुरंत रिहाइड्रेट करने में मदद करता है।
शक्कर की मात्रा
हेल्दी होने के साथ ही गन्ने के जूस में शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है।
एक कप गन्ने के जूस (240 मिली.) में
कैलोरी- 183
प्रोटीन- 0 ग्राम
फैट- 0 ग्राम
फाइबर- 0-13 ग्राम
अधिक शुगर होने के बावजूद गन्ने का जूस अन्य ड्रिंक के मुकाबले ब्लड शुगर लेवल को कम प्रभावित करता है और इसका कारण ये है कि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 30-40 होता है, जो सामान्य रूप से कम माना जाता है। दरअसल, यदि किसी खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70 या इससे अधिक है तो यह ब्लड शुगर लेवल को तुरंत बढ़ा देगा, जबकि इंडेक्स 55 या इससे कम होने पर ब्लड शुगर लेवल पर उस खाद्य पदार्थ का कम असर होता है। गन्ने के जूस में मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और कुदरती मिठास के कारण इसका ब्लड शुगर पर कम असर होता है।
क्या डायबिटीज में गन्ने का जूस पीना चाहिए?
शक्कर की अधिक मात्रा होने के बावजूद डायबिटीज पेशेंट थोड़ी मात्रा में गन्ने का जूस पी सकते हैं। अध्ययन के मुताबिक, गन्ने का रस में मौजूद पॉलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट पैनक्रियाज सेल्स को अधिक इंसुलिन का निर्माण करने में मदद करता है। इंसुलिन ही वह हार्मोन है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। इतना ही नहीं एंटीऑक्सीडेंट आपकी आंत को गन्ने के जूस में मौजूद शक्कर को अधिक मात्रा में अब्ज़र्व करने से रोकता है।
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