क्या आपके साथ अक्सर ऐसा होता है कि आप किसी मीटिंग में बैठे हों और आपकी नज़र बार-बार अपने मोबाइल स्क्रीन पर पड़ रही हो। या फिर किसी थकान भरे दिन में आप सोचते हैं कि घर जाते ही खाना खाकर सो जायेंगे, लेकिन जैसे ही आप अपना फोन साइड में रखकर करवट बदलते हैं, तो आपके मोबाइल पर नोटिफिकेशन साउंड बजती है और देखते ही देखते कब देर रात हो जाती है पता ही नहीं चलता। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो आप मोबाइल और इंटरनेट के आदी हो चुके हैं। आज बड़ी संख्या में लोग इंटरनेट की दुनिया में खोने लगे हैं। उनकी लत इस कदर बढ़ गई है कि वे असली दुनिया को भूल कर एक वर्चुअल लाइफ जीने लगे हैं। सोशल इमेज से ज़्यादा उन्हें सोशल मीडिया इमेज की परवाह होने लगी है।
क्या कहती हैं स्टडीज़?
– हा एट आल 2014 की एक नेशनल वेब बेस्ड सर्वे के अनुसार इंटरनेट अडिक्शन की वजह से टीनएज के लड़के-लड़कियों में खराब सेहत, दुखी रहना और डिप्रेशन पाया गया।
– ब्रूनो एट आल 2014 की एक इटैलियन स्टडी में पाया गया कि हाई स्कूल के स्टूडेंट्स में 3.9% इंटरनेट अडिक्शन है, जिसमें लड़कियों से ज़्यादा लड़के इंटरनेट की लत से पीड़ित पाये गये।
कैसे बचे इंटरनेट अडिक्शन से?
– वॉक या साइकलिंग करें या फिर कोई भी फिज़िकल ऐक्टिविटी को कम से कम एक घंटा करें। उसके बाद ही अपने कंप्यूटर या मोबाइल ऐप पर लॉगिन करें।
– इसके अलावा खाली समय में कम से कम किताब के दस पेज पढ़ने का टारगेट रखें।
– खाली समय में करने वाले कामों की लिस्ट बनायें और एक-एक करके उसे पूरा करें। जैसे घर की चीज़ों को ठीक करना आदि।
– खाना खाने से पहले एक मिनट खुद को मोबाइल पर मैसेज देखने के लिए दें और फिर खाना खाने तक मोबाइल को उल्टा कर के रख दें।
– मोबाइल को घर पर छोड़ कर बाहर 15 मिनट वॉक करें या फिर नेचर से जुड़ी मैगज़ीन पढ़ें। इससे आप नेचर के करीब महसूस करेंगे और दिमाग को बेहतर फोकस करने में मदद करेगा।
– हो सके तो हफ्ते में एक दिन अपने फोन को घर पर छोड़कर बाहर जायें। शुरू में हो सकता है कि आपको मुश्किल लगे, लेकिन बाद में आपको ये अच्छा लगने लगेगा।
– आजकल बच्चों को इंटरनेट अडिक्शन की समस्या ज़्यादा हो रही है। बच्चों को इससे बचाने के लिये आप उनसे बात करें और उन्हें अपना टाइम दें। कंप्यूटर को उनके रूम से हटाकर कॉमन रूम में रखें। सिस्टम पर लॉगिन लॉक लगायें, हिस्ट्री ट्रैक करते रहें और ज़रूरत पड़ने पर उनसे बात करें।
– अगर आपको या आपके किसी अपने को गेमिंग अडिक्शन है, तो किसी सर्टिफाइड काउंसिलर से मिलकर मदद लें।
हालांकि मोबाइल, टीवी और इंटरनेट के कई फायदे हैं, लेकिन इनसे होने वाले नुकसानों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये, समय रहते अपनी इंटरनेट सर्फ करने का आदत को लत बनने से रोक लें।
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