नमक के बिना खाने की कल्पना नहीं की जा सकती है। यह हमारे खाने का अहम हिस्सा है और साथ ही सेहत के लिये भी ज़रूरी है। लेकिन ज़्यादा नमक का सेवन सेहत पर उल्टा असर कर सकता है। अगर खाने में नमक की मात्रा ज़्यादा हो जाए, तो खाने का पूरा स्वाद खराब हो जाता है। उसी तरह अगर शरीर में ज़्यादा मात्रा में नमक जाने लगे तो यह सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।
इंसुलिन की मात्रा बढ़ती है
रिसर्च में यह पता चलात है कि बहुत ज़्यादा नमक खा लेने से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है। इंसुलिन बढ़ने से फैट शरीर में ही रह जाता है और इससे वज़न बढ़ने जैसी समस्या होने लगती है।
दिल की सेहत को खतरा
नमक का ज़्यादा सेवन दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है। इसलिए दिल को सेहतमंद रखने के लिए खाने में नमक की मात्रा का संतुलन बनाए रखें।
ब्लडप्रेशर
ज़्यादा नमक हाई बीपी का कारण बनता है इसलिए अपने खाने में नमक कम डालें। अगर कभी भी खाने में नमक कम लगे, तो इसे अलग से खाने में नहीं डालना चाहिए।
डिहाइड्रेशन की समस्या
शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या न हो, इसके लिए आप नमक की संतुलित मात्रा लेने के साथ भरपूर पानी पिएं।
मोटापा आता है
ज़्यादा नमक खाने से शरीर में पानी जमा होने लगता है, इससे वज़न बढ़ना शुरु हो जाता है। नमक का कम सेवन वज़न कम करने में मददगार हो सकता है।
नमक कितना खाएं?
शरीर में अन्य तत्वों की तरह सोडियम की ज़रूरत भी होती है, जो कि नमक में ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार एक व्यक्ति को पूरे दिन में 1500 मिलीग्राम से ज़्यादा सोडियम नहीं लेना चाहिए। इसलिए सेहतमंद व्यक्ति को रोज़ाना 6 ग्राम से भी कम यानी लगभग एक चम्मच नमक की ज़रूरत होती है।
नमक की मात्रा कैसे करें कम ?
- डिब्बाबंद वस्तुओं का इस्तेमाल कम करें।
- खाने में नमक कम मात्रा में डालें।
- नमक की जगह नींबू का रस, ऑरेगेनो और तुलसी आदि का इस्तेमाल करें।
- ज़्यादा मात्रा में पानी पिएं, ताकि शरीर में जमा सोडियम बाहर निकल सकें।
- सेंधा नमक, काला नमक और चाट मसाला आदि का इस्तेमाल भी नियंत्रित तरीके से ही करें।
सोडियम क्लोराइड की मात्रा को संतुलित करने के लिए अपनी डाइट में ज्यादा पोटैशियम वाली चीज़ें जैसे ताज़े फल और सब्जियों को शामिल करें।
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