मुंबई को सपनों का शहर भी कहा जाता है। हर दिन यहां लाखों की तादाद में लोग अपने सपनों को पूरा करने आते हैं। ऐसे में जिनको अपना करियर यहां न बनाना हो, उसे भी एक बार इस शहर को देखने की तमन्ना ज़रूर होती है। मुंबई के दही हांडी से लेकर गणपति उत्सव के बारे में सभी लोग जानते हैं और देखना भी चाहते हैं। लेकिन अगर आप त्योहारों के बाद इस शहर को देखने आएं, तो आप इन जगहों पर घूम सकते हैं। इन जगहों के बारे में कम लोग जानते हैं, लेकिन उनका महत्व काफी है।
क्नेस्सेट एलियाहू सायनगॉग
साउथ बॉम्बे में काला घोड़ा की संकरी गलियों में यहूदियों की एक सायनगॉग (उपासनागृह) है। इस सायनगॉग का निर्माण साल 1884 में जैकब सैसून ने करवाया था। कुछ समय पहले इस सायनगॉग की मरम्मत करवाई गई, जिसमें करीब बीस महीने का समय लगा। 135 साल पहले बना यह भव्य सायनगॉग अब नीले रंग का नहीं रहा। अब इसमें मिंटन टाइल्स के फर्श, रंगीन कांच की खिड़कियां और बड़े-बड़े झूमर बिल्डिंग की खूबसूरती में चार-चांद लगाते हैं। अगर आप शहर में हैं, तो इस जगह जरूर जाएं।
रनवार,बांद्रा
बांद्रा वेस्ट में एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम रनवार है। ऐसा माना जाता है कि यह गांव सन 1716 में बना था। इस गांव को देखने के लिए आपको काफी चलना होगा इसलिए आरामदायक जूते पहन कर ही जाएं। अगर आप यहां घूमने के लिए मुख्य मार्ग से नहीं जाते हैं तो आपको रास्ते में बहुत सारे बंगले और पुराने मंदिर देखने को मिलेंगे। ऐसा माना जाता है कि रनवार में ऐसे बहुत सारे कुएं हैं जिनमें एक समय पर अरब के समुद्री डाकुओं के डर से सोने को छुपाया जाता था। अगर आपकी रुचि पुर्तगाली संस्कृति और वास्तुकला में है, तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए।
मालाबार हिल
शहर की भागदौड़ वाली ज़िंदगी से दूर मालाबार हिल के ऊपर एक पार्क है। यहां हैंगिंग गार्डन है, जिसमें ओल्ड वुमन शूज भी देखने को मिलता है। यहां घूमने के लिए सूर्यास्त का समय सर्वोत्तम होगा। यहां से चौपाटी बीच और ढ़लती हुई शाम को देखना बड़ा मनमोहक होता है।
गोल्फा देवी मंदिर, वर्ली
साल पुराने इस मंदिर के बारे में आज भी बहुत से लोग नहीं जानते हैं। लोगों का कहना है कि “मुंबई” का नाम गांव की देवी मुंबा आई के नाम पर पड़ा है। मंदिर का निर्माण अंबा देवी के सम्मान में करवाया गया था। ऐसा माना जाता है कि आज भी मछुआरे समुद्र में जाने से पहले मंदिर जा कर दर्शन करते हैं और देवी से आज्ञा लेते हैं। हो सकता है मंदिर जाकर देवी के दर्शन करने से आपको भी संदेहपूर्ण फैसले लेने में मदद मिल जाए।
मरीनड्राइव
यह एक ऐसी जगह है जहां आपको नौजवान, बुजुर्ग, स्थानीय लोग और पर्यटक सभी तरह के लोग मिल जाएंगे, जो सूर्यास्त के मनोरम नज़ारे को देखने हर दिन यहां आते हैं। ‘क्वीन्स नेकलेस’ के नाम से मशहूर इस चार किलोमीटर लंबे रोड के किनारे आप बैठ कर समुद्र की तरफ से आने वाली हवाओं का आनंद ले सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि आपको यहां खाने के लिए कुछ भी मिल सकता है। यहां बैठ कर सितारों को निहारना इस शहर का एक अलग अनुभव प्रदान करता है।
इस बार आप त्योहारों के बाद मुंबई जाएं, तो इन जगहों को अपनी विज़िट लिस्ट में ज़रूर शामिल करें।
और भी पढ़िये : फ्लाइट में सफर कर रहे हैं, तो ध्यान रखें ये बातें
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी जुड़िये।