डियर पापा,
आज मैं ये खत दुनिया के उन सभी बच्चों की तरफ से लिख रही हूं, जिन्हें आपकी तरह केयरिंग, सपोर्टिंग और प्यार करने वाला पिता नसीब हुये है। पूरी दुनिया में मुझे यदि किसी ने सबसे ज़्यादा सपोर्ट किया तो वो आप हैं, मगर आपने कभी इसका क्रेडिट नहीं लिया। मैं कुछ मांगू इससे पहले ही आप मेरी हर डिमांड पूरी कर देते थे, लेकिन कभी अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के बारे में नहीं सोचा। जब भी जीवन में किसी चीज़ से डरी, तो मेरा हौसला बढ़ाने के लिए हमेशा मेरे पीछे खड़े रहे और मुझे आगे बढ़ाते रहे। आपके अथाह प्यार को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है, इसलिये मैंने इस खत के ज़रिये आपको बताना ज़रूरी समझा।
बच्चे अपने पिता से बहुत कुछ सीखते है। प्यार के असली मायने, ज़िंदगी को देखने का सही नज़रिया और अनुभव से ज़िंदगी जीने का तरीका… मुझे याद है बचपन की हर वो बात जब आप मेरे साथ रहे हैं। छुट्टी के दिन कैसे मैं और छोटी आपके बालों में हेयरबैंड लगाकर आपको परी की तरह सजाकर आपके साथ खेलते थे। स्कूल/कॉलेज से लौटते वक्त दी गई आपकी सीख आज भी मुझे याद है।

अपने आप को भूलकर सिर्फ हमारे बारे में सोचने की आपकी आदत से मैं आज हैरान हूं कि कैसे कोई किसी को इतना निःस्वार्थ प्यार कर सकता है। ऐसा प्यार सिर्फ एक पिता ही अपने बच्चों से कर सकता है।
मुझे याद है कॉलेज का पहला दिन मैं कितनी डरी सहमी थी। आप मुझे छोड़ने तो आये, लेकिन मुझे काफी दूर चल रहे था ताकि मैं इस नए माहौल को खुद जज कर सकूं। याद है मुझे कि जब भी किसी से बात करने में डरती, तो आपने मुझे समझाया कि कैसे दुनिया का सामना करना है। एक डरपोक बच्चे को बहादुर आपने ही बनाया, पापा।
आज चाहे कोई काम के कारण या शादी के बाद दूर हो गये हो, लेकिन आपके संस्कार और अपनेपन की भावना हमेशा जीवन में काम आती है। मुझे पता है, चाहे आप मुझसे दूर हो, लेकिन मेरी एक आवाज़ सुनकर आप दौड़े चले आओगे, जैसे बचपन में चोट लगने पर भागते आ जाते थे।
पापा, मेरी ज़िंदगी में जो जगह आपकी है, उसे कभी भी कोई और नहीं ले सकता।
ढ़ेर सारा प्यार पापा।
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