यूं तो अनुराधा ऑफिस के काम के चलते कई शहरों में ट्रैवल करती रहती है। लेकिन इस बार जब वह दिल्ली गई, तो उसकी हालत खराब हो गई। एक ही दिल्ली रूकने पर उसकी आंखों में पानी, गला खराब और नाक बहने लगा। प्रदूषण के इन दुष्परिणामों को देखते हुए उसने अगले कुछ दिन दिल्ली न जाने का फैसला कर लिया।
हालांकि प्रदूषण का स्तर दिल्ली में बहुत ज़्यादा है, लेकिन बाकी शहरों का हाल भी प्रदूषण से अछूता नहीं है। इसलिए प्रदूषण से कैसे बचा जाये, ये जानना और समझना बहुत ज़रूरी है।
रोज़ाना की ज़िंदगी में कुछ छोटे-छोटे उपायों से आप भी प्रदूषण से बच सकते हैं।
सुबह की सैर करने से बचें
सैर करने को सबसे बढ़िया कसरत मानी गई है, लेकिन स्मॉग में सुबह की सैर बीमारियों को न्यौता देने वाला व्यायाम साबित हो सकता है। प्रदूषण लेवल इतने खतरनाक लेवल पर पहुंच चुका है कि आम दिनों के मुकाबले, इन दिनों खुली हवा में बाहर निकलना सेहत के लिये ठीक नहीं है। इसलिये घर में भी योग और कसरत करके शरीर को फिट रखिये।
घरेलू उपचार
खराब हवा से खांसी-जुकाम, गले व आंखों में इंफेक्शन जैसी समस्याओं से लगभग सभी लोग परेशान हैं। ऐसे में इम्युनिटी को मज़बूत करने के लिए अदरक और तुलसी की चाय पियें। अपने आहार में विटामिन सी, ओमेगा और मैग्निशियम, हल्दी, गुड़, अखरोट आदि का सेवन करें। अगर प्रदूषण की वजह से गले में दर्द महसूस हो रहा हो, तो भाप ले सकते हैं। इससे आराम न आए तो डॉक्टर से ज़रूर चेकअप करवाये।
शुद्ध हवा के लिये पेड़-पौधे लगायें
बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए हमें वातावरण को शुद्ध करने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए। आप अपने घर के अंदर और बाहर कुछ ऐसे पौधे लगा सकते है, जो वायु को शुद्ध करने में मददगार है।
एरेका पाम – घर के अंदर की कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल देता है।
नीम का पेड़ – यह दूषित हवा को साफ करने के अलावा रात के समय ऑक्सीजन छोड़ता है।
तुलसी – ये दिन-रात ऑक्सीजन छोड़ता है। इसके साथ ही तुलसी का पौधा वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने का काम करता है।
केला का पेड़ – घर के बाहर की हवा को प्यूरिफाई करने का काम करता है। इसको लगाने से घर के अंदर साफ हवा ही जाती है।
बाहर जाने से पहले मास्क पहनने
जब भी घर से बाहर जाये, तो मुंह पर मास्क लगाकर जाये। अगर आप मुंह पर मास्क लगा कर बाहर निकल रहे है, तो उसे बार-बाद हाथ न लगाये। यह ज़रूरी नहीं कि प्रदूषण सिर्फ शरीर के अंदरूनी हिस्सों पर असर करता है। यह आपके बाहरी हिस्सों जैसे त्वचा और आंखों को भी प्रभावित कर सकता है, तो जब भी घर से बाहर निकलें आंखों पर चश्मा ज़रूर लगा लें। इस बात का भी पूरा ध्यान रखें कि आप जिस मास्क को एक बार इस्तेमाल कर चुके हैं, उसे दोबारा इस्तेमाल न करें।
इन छोटे छोटे बदलावों से आप खुद को प्रदूषण से बचा सकते है, लेकिन समझदार नागरिक होने के नाते हम सभी को वातावरण शुद्ध बनाने पर ध्यान देना चाहिये।
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