बच्चे कच्ची मिट्टी के घड़े की तरह होते हैं। उन्हें आप जैसा बनाना चाहेंगे, वे वैसा ही बनते हैं। लेकिन बच्चे भी हमें जीवन जीने के कई तरीके सिखाते है, जिसे हम इस आपाधापी भरी ज़िंदगी में भूल चुके होते हैं। चूंकि बच्चे अधिक कॉन्फिडेंट और साहसी होते हैं, सो जीवन का अधिक आनंद लेते हैं। तो, जानते है कि हम जीवन में अधिक खुशियां लाने के लिए बच्चों से क्या सीख सकते हैं?
हर दिन नई शुरुआत
हमारी तरह बच्चे रोज़ का एक सेट रुटीन फॉलो नहीं करते हैं। उनके लिए रोज़ एक नया दिन होता है। नया दिन यानी नए दोस्त बनाने, नए रोमांच तलाशने और नई चीज़ें सीखने का अवसर होता है। बच्चों का हर दिन एक जैसा नहीं होता है। वे हमेशा नई शुरुआत करते हैं।
क्रिएटिव बनें
एक एडल्ट क्रिएटिव गतिविधियों से खुद को दूर कर लेता है, लेकिन बच्चे ऐसा नहीं करते। वे हमेशा खुद को क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स जैसे क्ले से नई चीज़े बनाना, खिलौनों की तोड़-फोड़ करके उसमें से कुछ नया निकालने आदि में बिज़ी रहते हैं। हम भी उनकी तरह खुद को रोज़ाना कुछ न कुछ क्रिएटिव गतिविधियों से जोड़कर जीवन का आनंद उठा सकते हैं।
साहसी बनें और हमेशा हंसते रहे
बच्चों के लिए जीवन असीमित होता है, क्योंकि उन्हें फेल्योर या अपमान से डर नहीं लगता। वे हमेशा नई उम्मीद और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं। इसके साथ वे अपने चारों ओर खुद ही खुशियों की तलाश कर लेते हैं। उन्हीं की तरह हम भी बच्चा बनकर जीवन में हंसी बटोर सकते हैं।
सक्रिय रहें
बच्चों को बंधकर नहीं रखा जा सकता, क्योंकि वे हमेशा एक्टिव रहना चाहते हैं। हर जगह उनकी सक्रियता देखते ही बनती है। आप भी एक्सरसाइज या डेली फिटनेस रुटीन अपनाकर खुद को एक्टिव रख सकते हैं।
निशान न छिपाएं
बच्चों को जब चोट लगती हैं, तो वे अपने जख्मों को छिपाते नहीं है बल्कि गर्व व बहादुरी से उसे दिखाते है। लेकिन, हम अपने निशान या कहे कि गम छिपाते हैं और यही दुख हमें अंदर तक परेशान करता रहता हैं। मुसीबतों या असफलता के निशानों को कमज़ोरी नहीं समझना चाहिए बल्कि ये तो ताकत और अस्तित्व का संकेत है।
नई चीजें आजमाएं
बच्चे नए खेल खेलने से कभी डरते नहीं हैं, चाहे उनमें कितना भी जोखिम क्यों न हो? लेकिन, हम जब बड़े होते हैं, तो किसी भी नई चीज़ को करने से डरते हैं। हमें कंफर्ट लेवल में रहना ही पसंद आता है। इसलिए बच्चों की तरह साहसी बनकर हम भी नई चीजें सीख सकते हैं।
छोटी चीज़ों पर दें ध्यान
बड़ी-बड़ी खुशियां छोटी-छोटी चीज़ों में छिपी रहती हैं। बशर्ते आप में उसे तलाशने की कला हो। बच्चे कभी बड़ा चैलेंज नहीं लेते, बल्कि छोटे-छोटे कामों के जरिये भरपूर बटोर लेते हैं। ज़िंदगी के इन फलसफों को हमें भी अपने जीवन में अपनाना चाहिए, तभी इसे पूरे जोश के साथ जिया जा सकता हैं।
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