हर घर से रोज़ कुछ न कुछ कूड़ा निकलता ही है, जैसे सब्जियों के छिलके ,फलों के छिलके, चायपत्ती, कागज़ के टुकडे आदि। वैसे अगर आप थोड़ा सा ध्यान दें, तो इस तरह के कचरे से आप अपने पेड़ – पौधों, बालकनी में लगे पौधों या बगीचे के लिए बहुत ही बढ़िया खाद बना सकते हैं और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में मदद भी कर सकते हैं।
रसोई से निकले कचरे की खाद
रसोई के कचरे से खाद बनाने का फायदा है कि एक तो गंदगी नहीं होती, दूसरा आपके पौधों को प्राकृतिक खाद मिल जाती है। तो देर किस बात की है, इस लॉकडाउन में अपने रसोई में पड़े कचरे का अच्छा उपयोग करने के आसान तरीको के बारे में जानिये और इन तरीको को आज़माये।
कैसे तैयार करें खाद
क्या चीज़ें ले सकते हैं ?
- अपने रसोई घर के गीले कचरे जैसे बची खुची सब्जियां, खाना का बचा हुआ कचरे को अलग कूड़ेदान में रखें।
गीली हरी चीज़ों में नाइट्रोजन भरपूर होती है, जो पौधों के लिए अच्छी है।
- बचा खुचा खाना
- सब्जियों और फलों का बचा हुआ कचरा
- चाय की पत्ती
- सूखे पत्ते, और ठोस छोटे-मोटे कचरे को एक छोटे से कूड़ेदान में रखें।
सूखी चीज़ें – इनमें कार्बन की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे पौधों का विकास होता है।
- सूखी पत्तियां
- लकड़ी का पाउडर
- हल्की धूल -मिट्टी
- भूसा या धान का छिलका
खाद बनाने की प्रक्रिया
1. एक बड़ा सा मिट्टी का मटका या एक बाल्टी ले लीजिये। आप चाहें तो घर के पीछे एक छोटा गड्ढा भी खोद सकते हैं जिसे कम्पोस्ट पिटकहा जाता है। उसके बाद कम्पोस्ट पिट के चारों तरफ 4 – 5 छेद कर दें, ताकि कूड़े में हवा लग सके।
2. पहले मटके या बाल्टी के निचले भाग में थोड़ी सी मिट्टी बिछा दें। उसके बाद गीले कचरे और सूखे कचरे को एक के ऊपर एक थोड़े-थोड़े परतों में कचरा डालते जाएं।
3. जब कम्पोस्ट पिट सूखे और गीले कचरे के परतों से भर जाये, तो उसे एक प्लास्टिक या लकड़ी के फट्टे से ढक दें। ढकने से खाद में नमी या गीलापन बना रहता है।
4. जब कचरा सूखा लगे, तो हांथों से हल्का-हल्का पानी का छिड़काव करें और दोबारा ढक दें।
5. एक महीने के बाद सूखा खाद बनना अपने आप शुरू हो जायेगा। जो दिखने में गाढ़ा भूरा और काला सा होता है और मिटटी की खुशबु उसमें होती है।
खाद बनाते समय बरते सावधानियां
- घर से निकलने वाले कचरे में प्लास्टिक बैग या पॉलीथिन आदि नहीं होने चाहिये।
- बदबूदार एक-दो दिन पुराना खाने का कचरा न हो।
- खराब बैटरी, दवाईयां, जानवरों का मल आदि नहीं होना चाहिए।
- कचरा की बाल्टी को छाया में ही रखें।
- कचरे में बार- बार पानी न डालें।
स्वच्छता की ओर बढ़ेगा कदम
हर घर से कचरा निकलता ही है। अगर घर में ही खाद बना ली जाये, तो निश्चित ही कचरे में कमी आएगी और यह स्वच्छता की दिशा में हमारा बड़ा कदम होगा।
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