कहते हैं कि बह्मांड में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन है। जहां इंसानों से लेकर बेजुबानों तक, सभी के जीवन का अस्तित्व पूरी तरह से इसी धरती पर निर्भर करता है। इतना ही नहीं धरती जीवित और निर्जीव चीज़ों को बनाए रखने के लिए हर संसाधन प्रदान करती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में पृथ्वी को नुकसान पहुंचाने वाली ऐसी गतिविधियां हुई थी। इसका नतीजा पर्यावरण पर दिखाई दिया है और पर्यावरण का असर हमारी सेहत पर नज़र आने लगा है। पृथ्वी को बचाने के लिए जागरुकता फैलाना हम सब का दायित्व है।
ग्लोबल अर्थ चैलेंज’ की पहल
पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण और बीमारी को देखते हुए ग्लोबल अर्थ चैलेंज़ ने एक पहल शुरु की है। इस पहल से वह पर्यावरण में बदलाव लाने में अपना बड़ा योगदान दे रहा है। ‘ग्लोबल अर्थ चैलेंज’ दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा कोऑर्डनैटिड सिटिज़न साइंस अभियान है। इस पहल में मोबाइल टेक्नॉलोजी के द्वारा दुनिया भर के लोगों को उनके समुदाय में पर्यावरण और स्वास्थ्य संबंधित खतरों पर निगरानी रखता है और उन खतरों को कम करने में मदद करने के लिए सशक्त बनाता है।
उसी पहल में से एक पहल ‘ग्रेट ग्लोबल क्लीनअप’ है, जिसके मदद से समुद्र तटों, नदियों, झीलों, और पार्कों से अरबों कचरे के टुकड़ों को हटाने में मदद मिली है। इस पहल से प्लास्टिक प्रदूषण कम हुआ है और वन्यजीवों को नुकसान होने से रोकने में मदद मिली है।
ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे लगाएं
अर्थडे.ओआरजी का मानना है कि दुनिया भर में अरबों पेड़ लगाना जलवायु संकट से बचने का सबसे बड़ा और सस्ता तरीका है। पेड़-पौधे न केवल कार्बन सिंक के रूप में काम करता है, बल्कि जानवरों के लिए महत्वपूर्ण आवास है। साथ ही शुद्ध हवा और स्थानीय तापमान को नियंत्रित करने में सहायक है।
प्लास्टिक नियत्रंण नियम अपनाएं
पर्यावरण से प्लास्टिक को जड़ से खत्म करने के लिए तीन आर का नियम अपनाएं। इस नियम का उपयोग करने पर हम पर्यावरण में बढ़ रहे प्लास्टिक को कम कर सकते हैं और इनसे हो रहे पर्यावरण को नुकसान से भी बचाया जा सकता है।
कम उपयोग (रिड्यूस)
अपने खुद के प्लास्टिक कचरे को कम करें। आप कितना उपयोग करते हैं यह ट्रैक करें फिर आप अपने उपयोग और अपशिष्ट को कम करने की कोशिश करें।
फिर से उपयोग करें (रियूज़)
ऐसे प्लास्टिक जैसे कि प्लास्टिक की बोतलें, स्ट्रॉ, कप, प्लेट्स, फूड पैकजिंग प्लास्टिक, गिफ्ट रैपर्स और कॉफी के डिस्पोजेबल कप आदि जिनका उपयोग घर में सजावट के रुप में किया जा सकता है। सिंगल यूज प्लास्टिक को छोड़ने का यह अच्छा तरीका है, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा।
रिसाइकल
उन प्लास्टिक को ढूंढें जिनकी अब आपको आवश्यकता नहीं है और उनका ठीक से निपटान करें और अगर हो सकें तो उन्हें लंबे समय तक चलने वाले विकल्पों के साथ बदलें।
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स्थानीय सामान को महत्व दीजिए
स्थानीय स्तर पर मिलने वाले आहार, कपड़े और अन्य ज़रूरत के सामान का इस्तेमाल करके वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में अपना योगदान कर सकते हैं। अपने नजदीकी बाजार और मंडी से खरीददारी करे और साथ में कपड़े का बैग लेकर जाए, ताकि प्लास्टिक के थैलों का इस्तेमाल न करना पड़े।
घर पर कम्पोस्ट करिये
सबसे आसान और अच्छा विकल्प है जिसकी मदद से न सिर्फ कूड़ा-कचरा कम किया जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य की स्थिति को भी बेहतर बनाया जा सकता है। बचे हुए खाने, जूठन, खाद्य सामग्रियों को कूड़े में फेंकने की जगह कहीं इकट्ठा करके इनसे खाद बनाए। जैविक कूड़े के ढेर से आप अपनी बागवानी और किचन गार्डन के लिए बहुत ही अच्छा खाद खुद से बना पाएंगे। इसके इस्तेमाल से आपके आसपास की जमीन स्वस्थ और सुंदर रहेगी।
छोटे-छोटे कामों को बेहतर तरीके से करके हम पर्यावरण पर पड़ने वाले बुरे असर को कम करने में अपना बड़ा योगदान दे सकते हैं।
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